Home Blog Page 253

Indian Railway ने Janani Sewa Scheme की शुरुआत की

Janani Sewa Scheme :

जैसा कि रेल बजट 2016-2017 में घोषित किया गया था,रेलवे स्टेशनों पर शिशु आहार प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे ने जननी सेवा शुरू की है | रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा मां की यात्रा में मदद करने के लिए यह योजना पेश की गई है | इस योजना के तहत, रेलवे बच्चों के लिए कुछ आवश्यक वस्तुओं जैसे गर्म दूध, गर्म पानी और शिशु आहार की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा |

बच्चे के भोजन के अलावा, रेलवे ने 5-12 साल से आयु वर्ग के बच्चों के लिए एक menu भी लॉन्च किया जिसमें बर्गर जैसे fast food भी शामिल किये है | यह सुविधा नई दिल्ली, मुंबई सेंट्रल, हावड़ा, चेन्नई, नागपुर, पुणे, सूरत, लखनऊ और मोरादाबाद सहित 25 रेलवे स्टेशनों पर शुरू की गई है |

रेल परिसर में दूध की अनुपस्थिति के बारे में एक मां की शिकायत के बाद यह पहल शुरू की गई है | एक बार ट्रेन में दूध की अनुपलब्धता के बारे में एक माँ ने ट्वीट किया था और सोशल नेटवर्किंग साइट पर उनकी शिकायत नोट की गई तब हमने उस ट्रेन में दूध सुनिश्चित किया था |

Optional Catering Services :

भारतीय रेल ने एक वैकल्पिक खानपान सेवा (optional catering services) परियोजना भी शुरू की है |परियोजना को शुरू करने के लिए 45 दिनों के लिए इसे एक पायलट आधार पर लिया जाएगा और केवल Secunderabad-Pune Shatabdi Express और Mumbai Central-Hazrat Nizammudin Rajdhani Express पर यह लागू किया जाएगा |

अगर कोई यात्री Catering service का उपयोग नहीं करना चाहता है तो राजधानी  1 AC की टिकट की लागत से 340/- रुपये और 2 AC/ 3 AC की टिकट की लागत से 295/- रुपये के खानपान प्रभार को कम कर दिया जाएगा | इसी प्रकार शताब्दी टिकट का किराया executive और chair car श्रेणियों के लिए क्रमशः 260/- रुपए और 200/- रुपए सस्ता हो जाएगा |खानपान सेवाओं को default रूप से शामिल किया जाएगा और यात्रियों को विशेष रूप से अनिवार्य भोजन विकल्प से “opt out” विकल्प का चयन करना होगा |

Children’s menu : 

बच्चों के लिए रेलगाड़ियों के सफर के अनुभव को खुशहाल बनाने के लिए रेलवे ने IRCTC के menu में french fries, noodles, burgers और meal combos जैसे आइटम शामिल किए हैं | यात्रियों द्वारा इन items को IRCTC की e-catering वेबसाइट या अखिल भारतीय टोल फ्री नंबर -1323 के माध्यम से आदेश कर सकते हैं |

रेलवे ने बजट में किये वादों को पूरा करने के लिए कई आवश्यक कदम उठाए हैं उनमें से कुछ कार्यान्वित किए गए हैं, बाकी सभी कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं |

आवेदक रोजगार पंजीयन कैसे करें जाने पूरी प्रक्रिया | Rojgar Panjiyan Kaise Karen

Rojgar Panjiyan Kaise Karen : व्यापम द्वारा आयोजित परीक्षाओं के लिए रोजगार पंजीयन को अनिवार्य किया गया है इसलिए मध्य प्रदेश के निवासी आवेदक ध्यान दें की व्यापम का कोई भी परीक्षा फॉर्म भरने से पहले यह सुनिश्चित कर लें की उनके पास रोजगार पंजीयन है या नहीं यदि है तो बेशक आप फॉर्म भर सकते है और यदि नहीं है तो इसे अनिवार्य रूप से करा लें |

पुरानी पद्धति से रोजगार पंजीयन करने के लिए अपने जिला रोजगार कार्यालय जाना पड़ता था जो की आप जानते हैं साथ में रोजगार पंजीयन करने के लिए पैसों के साथ आपका समय भी बर्बाद होता था | लेकिन अब इस प्रक्रिया को बहुत ही आसान कर दिया गया है | यदि आपके पास एक स्मार्ट फोन या कंप्यूटर और इंटरनेट है तो आप बड़ी ही आसानी से अपना या किसी और का पंजीयन घर बैठे कर सकते हैं इसके लिए किसी भी बेरोजगार आवेदक को कहीं भी भटकने की जरुरत नहीं है और इस डिजिटल युग में हम भटकना भी नहीं चाहेंगे |

बस आप अपना स्मार्ट फ़ोन और इंटरनेट चालू करें और शुरू हो जाएँ पंजीयन करने की प्रक्रिया नीचे हम आपको बताएँगे

STEP 1  ऑनलाइन रोजगार पंजीयन करने के लिए सबसे पहले रोजगार कार्यालय की ऑफिसियल वेबसाइट http://mprojgar.gov.in/ पर जाएँ या गूगल में  Rojgaar Panjiyan लिखकर सर्च करें एवं पहली लिंक ओपन करें  

ऑफिसियल वेबसाइट पर आप देखेंगे की राइट में आवेदकों के लिए एक कालम है जिसमें विकल्प है “आवेदक पंजीयन करने के लिए क्लिक करें” आपको इस विकल्प में क्लिक करना है

rojgar panjiyan kaise karen

STEP 2  अब स्क्रीन में एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म दिखाई देगा जिसे आप अपनी जानकारी के आधार पर भरें और सबमिट बटन पर क्लिक करें

अब आपको दो विकल्प मिलेंगे पहला लॉगिन (यदि आपका पहले से रजिस्ट्रेशन हो तो इस विकल्प का उपयोग करें ) अन्यथा Register as Citizen में क्लिक करें और कुछ बेसिक जानकारी के साथ मोबाइल नंबर ईमेल आईडी एवं उचित पासवर्ड दर्ज कर सबमिट करें।

rojgar panjiyan kaise karen

STEP 3: जैसे ही सबमिट करते हैं एक OTP आपके दर्ज मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है प्राप्त OTP को OTP BOX दर्ज कर वेरीफाई करें।

STEP 4: OTP वेरीफाई होने के बाद आप पहले विकल्प लॉगिन का उपयोग करें और दर्ज मोबाइल नंबर और पासवर्ड की सहायता से लॉगिन करें 

STEP 5:  लॉगिन करने के बाद अपने पर्सनल  डिटेल में जाकर समग्र आईडी दर्ज करें ध्यान रखें जो समग्र आईडी में जानकारी होगी वही जानकारी यहाँ पर आएगी इसलिए यदि समग्र में जानकारी गलत है तो सुधर कराएं। हालाँकि रोजगार पंजीयन बनाने के बाद भी बाद में समग्र सुधर होने पर इसमें सुधर किया जा सकता है |

STEP 6: अब शिक्षा सम्बंधित जानकारी में Qualification Details, Skills, Experience Details भरें और सबमिट करें। 

STEP 5 : सारी जानकारी भरने एवं सबमिट करने के बाद अंतिम में Print Registration Card की लिंक आपकी स्क्रीन में आती है अपने पंजीयन का प्रिंट लेने के लिए  Print Registration Card पर क्लिक करें 

STEP 6: Print Registration Card लिंक पर क्लिक करते हैं तो कुछ इस तरह आपकी स्क्रीन में आपका रोजगार पंजीयन दिखाई देता है आप इसका प्रिंट लेकर सुरक्षित रख लें 

आवेदक ध्यान दें रोजगार पंजीयन पंजीयन, दिनांक से लेकर तीन साल के लिए बैध है इस लिए इसे सुरक्षित रखें और साथ में अपने USER NAME एवं PASSWORD को भी सुरक्षित रखें क्योंकि USER NAME एवं PASSWORD के माध्यम से जब चाहें आप अपने रोजगार पंजीयन को अपडेट कर सकते हैं

आधार कार्ड को यूनियन बैंक खाते से कैसे लिंक करें

Aadhar Card Ko Bank Khate Se Kaise Link Karen  रिज़र्व बैंक के आदेशानुसार एक सर्कुलर जारी किया गया है जिसमें कहा गया है की सभी बैंक खातों से सम्बंधित खाताधारकों के आधार नंबर को उनके खातों से लिंक किया जाये | रिज़र्व बैंक के आदेश का पालन करते हुए समय से आप भी अपने बैंक खाता को आधार नंबर से लिंक करा लें अन्यथा आपका बैंक एकाउंट बंद हो सकता है साथ में अभी तक सरकार द्वारा मिलने वाली किसी भी प्रकार की सब्सिडी भी जो भी आप प्राप्त करते हैं बंद कर दी जाएगी |

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएँगे की कैसे आप अपने यूनियन बैंक के खाते में आधार नंबर लिंक करा सकते हैं | आधार नंबर को खाते से लिंक करने के लिए दो प्रक्रिया हैं पहली ऑफलाइन दूसरी ऑनलाइन

ऑफलाइन :- इस प्रक्रिया में आपको खुद बैंक की शाखा में जाना होगा जहाँ आपने खाता खुलवाया है यदि आपको आधार नंबर अपने खाते से लिंक कराना है तो बैंक पासबुक एवं आधार की मूल प्रति के साथ एक -2 फोटो प्रति भी ले जाएँ और सम्बंधित शाखा में जमा करें कुछ दिनों में आपका आधार नंबर आपके खाते में बैंक द्वारा लिंक कर दिया जायेगा

ऑनलाइन : –   ऐसे खाताधारक जिन्होंने ऑनलाइन बैंकिंग एक्टिवेट कर रखी हो खुद अपने मोबाइल से आधार कार्ड लिंक इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से लिंक कर सकते हैं नीचे हम प्रोसेस बता रहे हैं

STEP 1:  सबसे पहले आप यूनियन बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट https://www.unionbankonline.co.in/ पर जाएँ | और  Retail User Login पर क्लिक करें |

STEP 2 :  अब यूजर आई डी एवं पासवर्ड एंटर कर लॉगिन करें 

STEP 3 :  जैसे ही आप लॉगिन कर लेंगे आपकी स्क्रीन में होम पेज दिखाई देगा जिसमें कई सारे ऑप्शन होंगे उनमे से आधार लिंक का ऑप्शन चुनें जैसा की नीचे इमेज रेड बॉक्स में दिखाया गया है |

STEP 4 :  

  1. अब अपना बारह अंकों का आधार नंबर एंटर करें
  2. कन्फर्म करने के लिए फिर से अपना आधार नंबर एंटर करें
  3. आधार कार्ड में जो नाम अंकित हो लिखें
  4. रजिस्टर मोबाइल नंबर एंटर करें
  5. अपनी ईमेल आई डी एंटर करें
  6. सबमिट बटन पर क्लिक करें 

सबमिट करने के बाद आपके मोबाइल पर एक कन्फर्मेशन मैसेज आएगा और  घंटे में आपका आधार कार्ड आपके अकाउंट से लिंक हो जायेगा

Income Tax Dept ने Aadhaar Card और PAN Card details में सुधार करने के लिए Online सुविधा का शुभारंभ किया

Online correction facility in Aadhaar card and pan card details:-

इस साल मार्च में, वित्त विधेयक, 2017-18 में संशोधन पारित किए गए जिसमें राज्यसभा द्वारा दिए गए सुझावों को अस्वीकार कर दिया गया| इन संशोधनों में महत्वपूर्ण बिंदुएं हैं: income tax returns दाखिल करने के लिए Aadhar Card को अनिवार्य बनाना, Aadhar Card के साथ PAN Card के विवरण को जोड़ना, और Cash cap की न्यूनतम राशि 2 लाख तक करना |

हाल ही में, नकली PAN Card के प्रवाह से बचने के लिए सरकार ने PAN Card को Aadhar Card से जोड़ने का सुझाव दिया था | दावों के अनुसार, 10 लाख PAN Card रद्द कर दिए गए हैं और जारी किए गए 111 करोड़ Aadhar Card में किसी भी प्रकार की redundancy या duplicacy नहीं पाई गई है |

Details कैसे ठीक करें :-

आयकर विभाग Aadhar Card और PAN Card के विवरण में नामों और अन्य विवरणों को सुधारने के लिए ऑनलाइन सुविधा प्रदान कर रही है |

  • Aadhar Card और PAN Card धारकों को सर्वप्रथम आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट incometaxindiaefiling.gov.in  पर जाना होगा |
  • आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट incometaxindiaefiling.gov.in में “link to correct name” link पर click करें |

  • Link to correct name” पर जाने पर Aadhar Card और PAN Card धारकों को आयकर विभाग द्वारा Aadhar Card और PAN Card के लिए दो अलग-अलग hyperlink प्रदान किए जायेंगे |

  • जिस विवरण को अपडेट करना है उस पर क्लिक करें |
  • एक बार जब करदाता किसी भी लिंक पर क्लिक करता है तो यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई धोखाधड़ी वाला डेटा दर्ज नहीं किया गया है, करदाता द्वारा कुछ जानकारी भरवाई जाती है |
  • उस पृष्ठ पर जहां उपयोगकर्ता Aadhar Card के विवरण को सही करने का चयन करता है, वहां उपयोगकर्ता से Aadhar Card Number  और एक निश्चित captcha पूछा जाता है जिसके बाद OTP (One time password) द्वारा सत्यापन किया जाता है |

  • यदि उपयोगकर्ता PAN Card Update लिंक पर क्लिक करता है तो एक Application Form दिखाई देगा जहां उपयोगकर्ता को प्रक्रिया पूरी करने के लिए आवश्यक विवरण भरना होगा |

 

Do Not Disturb (DND) क्या है ? कैसे करें एक्टिवेट

Do Not Disturb : हमारा देश टेलिकॉम इंडस्ट्री के हिसाब से 22 क्षेत्रों (Circle) में बटा हुआ है जिनमे लाखों करोड़ों subscriber है और कई टेलिकॉम कंपनियां अपनी सेवा प्रदान कर रही हैं इन सब से अलग टेलीकॉम कंपनियों  विनियमित (Regulate) करने के लिए भारत सरकार का organization है जिसे TRAI (टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ) के नाम से जाना जाता है | TRAI ही कंपनियों को रेगुलेट करती है और ग्राहकों की सुविधानुसार नियम बनाती है |Do Not Disturb

DND (Do Not Disturb) है क्या ? 

DND जैसा की नाम से स्पष्ट है  D-do, N-not, D- disturb (Do Not Disturb) | हाल  ही के कुछ वर्ष पहले TRAI द्वारा  यह सेवा शुरू की गयी जिसमे टेलिकॉम कंपनियों को निर्देशित किया गया की DND सेवा लेने वाले ग्राहकों को किसी भी प्रकार के प्रमोशनल मैसेज न भेजें जाएँ हालाँकि इस सेवा को दो  वर्गों में बाटा गया है Fully DND Activate (पूर्ण रूप से ) एवं partially DND (आंशिक रूप से)  इन दोनों के बारे में आपको हम नीचे बताएँगे | ग्राहक अपनी सुविधानुसार DND Activate करा सकते हैं |

DND की जरुरत क्यों पड़ी ?

कंपनियों के प्रमोशनल मैसेज फ़ोन कॉल्स  बेलग़ाम घोड़े की तरह हैं जो की 24 घंटे आते हैं प्रमोशनल कॉल, मैसेज के द्वारा कंपनियां न सिर्फ हमें परेशान करती हैं बल्कि हमारी जेब पर भी भारी पड़ती हैं अक्सर किसी न किसी सेवा शुल्क के नाम पर हमारा बैलेंस काट लिया जाता है | और जरुरी काम करते समय बाधा भी पहुंचाते हैं | इसीलिए अनचाहे प्रोमशनल मैसेज, कॉल्स को बंद करने के लिए TRI द्वारा DND सर्विस की सुविधा दी गयी |

DND कैसे एक्टिवेट करें ?

  • मैसेज द्वारा :

 पूर्ण रूप से DND ACTIVATE करने के लिए 

  1. Message ऑप्शन में जाएँ
  2.  Create New Message पर क्लिक करें
  3. START 0(Zero) लिखें ध्यान रहे सभी लेटर अंग्रेजी के बड़े अक्षरों में टाइप करें एवं  START बाद एक खली जगह छोड़ें |
  4. 1909 पर भेज दें

Partially DND (आंशिक रूप से) DND ACTIVATE करने के लिए 

  1. Message ऑप्शन में जाएँ
  2.  Create New Message पर क्लिक करें
  3. START 1 लिखें ध्यान रहे सभी लेटर अंग्रेजी के बड़े अक्षरों में टाइप करें एवं  START बाद एक खली जगह छोड़ें |
  4. 1909 पर भेज दें

आंशिक रूप से DND Activte करने के लिए 1 से लेकर 7 तक अपनी सुविधानुसार DND Activate कर सकते हैं |ध्यान देने योग्य बात यह है की जैसे की  आप START 2 टाइप कर सेंड करते हैं इसका मतलब यह होगा की Real Estate  प्रमोशनल कॉल्स एवं मैसेज को छोड़ कर सभी को बंद करना चाहते हैं इस तरह आपको Real Estate से सम्बंधित प्रमोशनल कॉल्स एवं मैसेज प्राप्त होते रहेंगे और बाकि कटेगरी के मैसेज कॉल्स बंद हो जायेंगे

इस प्रकार इन्हें वर्गों में विभाजित किया गया है :-

  1. Banking / Insurance / Financial Products / Credit Cards
  2. Real Estate
  3. Education
  4. Health
  5. Consumer Goods / Automobiles
  6. Communication / Broadcasting / Entertainment / IT
  7. Tourism / Leisure
  • फ़ोन कॉल द्वारा : 

फ़ोन कॉल द्वारा करने के लिए टोल फ्री नंबर 1909 पर कॉल करें और IVR द्वारा बताये निर्देशों का पालन करें |आप अपने सम्बंधित सर्विस प्रोवाइडर कस्टमर केयर में संपर्क कर ग्राहक सेवा अधिकारी से भी DND Activate करा सकते हैं

ध्यान दें : मैसेज सेंड करने के बाद आपके पास सर्विस प्रोवाइडर द्वारा कन्फर्मेशन मैसेज भेजा जायेगा जिसे आपका सर्विस रजिस्ट्रेशन नंबर होगा यदि किसी कारणवस 7 दिनों के अंदर DND Activate नहीं होता है तो आप कस्टमर केयर में सर्विस रजिस्ट्रेशन नंबर बताकर शिकायत कर सकते हैं

Note: यह एक टोल फ्री नंबर है जिसका ग्राहक कोई चार्ज द्वारा नहीं लिया जाता

क्या आपके Aadhar की जानकारी सुरक्षित है ?

0

Your Aadhaar Details :-

वर्ष 2009 में इसकी स्थापना के समय से ही Aadhar Project विवादों से घिरा हुआ है, कई लोग इसके privacy standards पर भी सवाल उठाते हैं |

अभी कुछ वर्षों पूर्व ही Aadhar दुनिया का सबसे बड़ा Online Digital Identity Platform बन गया है | लगभग 93% से ज्यादा भारतीय वयस्कों में विस्तार के साथ, यह एक अत्यंत शक्तिशाली मंच बन गया है जिसमें लाखों भारतीय नागरिकों के बहुत महत्वपूर्ण और संवेदनशील व्यक्तिगत, biometric data शामिल हैं |

Centre for Internet and Society (CIS), India ने आधार की सुरक्षा प्रथा के सम्बन्ध में 1 मई 2017 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की : संवेदनशील व्यक्तिगत वित्तीय सूचना के साथ आधार संख्या की सार्वजनिक उपलब्धता |

रिपोर्ट में 4 Government Databases का अध्ययन किया गया था | जिसमें से पहले दो database ग्रामीण विकास मंत्रालय – National Social Assistance Programme (NSAP) के dashboard और National Rural Employment Guarantee Act’s (NREGA) के पोर्टल से जुड़े हुए हैं | और अन्य 2 database आंध्र प्रदेश के स्वयं के NREGA पोर्टल और एक सरकारी योजना “Chandranna Bima” के dashboard से जुड़े हुए हैं |

इन 4 पोर्टलों के माध्यम से जानकारी लीक होने वाली आधार संख्या की अनुमानित संख्या लगभग 130-135 million हो सकती है और लीक हुए बैंकों खातों की संख्या 100 million  हो सकती है |

National Social Assistance Programme (NSAP) :-

NSAP ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा प्रशासित कल्याण कार्यक्रम है | इसका उद्देश्य बेरोजगारी, बुढ़ापा, बीमारी और विकलांगता के मामले में अपने नागरिकों को सार्वजनिक सहायता प्रदान करना है |

CIS ने digitized data के लिए अपने dashboard का अध्ययन किया | उपलब्ध पेंशनरों के डेटाबेस में सूचीबद्ध विशेषताओं में, निम्नलिखित संवेदनशील जानकारी हैं : Job card number, Bank Account Number, Name, Aadhaar Number, account frozen status |

NSAP पोर्टल में 94,32,605 बैंक खाते Aadhar Number से जुड़े हैं, और 14,98,919 डाक घर खाते आधार संख्या से जुड़े हुए हैं |

National Rural Employment Guarantee Act’s (NREGA) :-

National Rural Employment Guarantee Act’s (NREGA) योजना एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिनों की गारंटीकृत मजदूरी रोजगार प्रदान करके भारत के ग्रामीण इलाकों में घरों की आजीविका की सुरक्षा प्रदान करती है | यह project 25,46,00,000 श्रमिकों के साथ देश में 683 जिलों तक फैला हुआ है |

इसकी वेबसाइट पर MIS रिपोर्टों की खोज पर, CIS को Direct Benefits Transfer Reports के लिए निर्देशित किया गया था | आगे के अध्ययन में पाया गया कि इस लिंक के अंतिम पृष्ठ में प्रत्येक पंचायत की बहुत संवेदनशील जानकारी हैं जैसे – Job card No., Aadhaar Number, Bank/Postal Account Number, no. of days worked, Registration Number, account frozen status |

पोर्टल पर जमा Aadhar Number की कुल संख्या 10,96,41,502 है |

आंध्र प्रदेश सरकार की “Chandranna Bima” योजना :-

यह योजना असंगठित कार्यकर्ता की मृत्यु या विकलांगता के मामले में असंगठित श्रमिकों के परिवारों को राहत प्रदान करती है | इसके database में निम्नलिखित संवेदनशील जानकारी हैं जैसे – Aadhaar Numbers, Name, Father’s/Husband’s Name, age, caste, mobile number, gender, partially masked bank account number, IFSC Code, Bank Name and details of the nominee|

इस database में आम आदमी बीमा योजना के तहत 2,05,65,453 श्रमिक पंजीकृत हैं |

आंध्र प्रदेश सरकार की NREGA योजना :-

ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा बनाए राष्ट्रीय पोर्टल के साथ ही आंध्र प्रदेश सरकार भी NREGA के काम की प्रगति और इसके तहत किए गए भुगतानों को ट्रैक करने के लिए अपने पोर्टल का रखरखाव करती है | इसके database में निम्नलिखित संवेदनशील जानकारी हैं जैसे – Job card No., Aadhaar Number, Bank/Postal Account Number, mobile number, no. of days worked, registration Number, date on which e-pay order number is created|

पोर्टल पर जमा Aadhar Number की कुल संख्या 11,299,803 है और बैंक खातों की कुल संख्या 76,63,596 है |

Paytm ने Payment Banks की शुरुआत की

Paytm Payment Bank :-

महीनों के इंतजार के बाद भारत का अग्रणी E-Wallet App Paytm ने 23 मई को अपने Payment Banks की शुरुआत की | Paytm को अपने Payment bank इकाई के लिए अंतिम स्वीकृति भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से प्राप्त हुई | वर्तमान में, Paytm के अलावा केवल Airtel और India Post ही ऐसे हैं जो Payment Banks का संचालन शुरू कर चुके हैं |

Paytm के 218 million से अधिक Mobile Wallet उपयोगकर्ता हैं और 2020 तक इसकी 500 मिलियन ग्राहकों को लक्षित करने की उम्मीद है | 23 मई के बाद से Paytm Wallet से PPBL की ओर जा रहा है | Paytm अपने Wallet business को payment bank license के तहत PPBL नामक नये निगमित इकाई में स्थानांतरित कर देगा |

 

Payment Bank में व्यक्ति और छोटे व्यवसायी प्रति खाता 1 लाख रुपये तक की राशि जमा कर सकते हैं | यह Payment Bank चार प्रतिशत ब्याज दर, जमाराशियों पर नकद वापस, ऑनलाइन लेनदेन पर zero fees और इसमें किसी न्यूनतम शेष की आवश्यकता नहीं होगी | अपने promotional offer के रूप में, Payment Bank उन ग्राहकों को जो बैंक में 25,000 रुपये जमा करेंगे उन्हें 250 रुपये का cashback मुहैया कराएगा |

Paytm Payment Bank के अध्यक्ष विजय शेखर शर्मा ने एक बयान में कहा “RBI ने हमें दुनिया में एक नए तरह का बैंकिंग मॉडल बनाने का अवसर दिया है | हमें गर्व है कि हमारे customer deposits सुरक्षित रूप से government bonds में निवेश किए जाएंगे, और राष्ट्र निर्माण के लिए उपयोग किए जाएंगे | हमारे कोई भी deposit, risky assets में परिवर्तित नहीं किये जायेंगे |”

Paytm Payment Bank अन्य Regular Banks से कैसे अलग है :-

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा लाइसेंस प्राप्त, Payment Bank वॉलेट में 1 लाख रुपये तक के customer deposits स्वीकार कर सकते हैं | साथ ही Saving या Current Account और Online Banking , Debit Card और Mobile Banking जैसी अन्य बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है | Payment Bank ग्राहकों को स्वयं उधार नहीं दे सकते हैं, वे अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर ऋण, बीमा, Mutual Fund की पेशकश कर सकते हैं |

मौजूदा Paytm Wallets का क्या होगा :-

One97 Communications, जो Paytm की Parent Company है, वह अपने Wallet व्यवसाय को Paytm Payment Bank को स्थानांतरित कर देगा | कंपनी SMS के माध्यम से switch के लिए उपयोगकर्ताओं को सूचित करेगी और उन्हें सेवा बंद करने का विकल्प भी प्रदान करेगी |

Paytm के पास फिलहाल 220 मिलियन उपयोगकर्ता हैं जो अपने Digital Wallet का इस्तेमाल करते हैं | Wallet को Payment Bank में स्थानांतरित कर दिया जाएगा और ग्राहकों को खाता खोलने के लिए ‘know your customer’ (KYC) के मानदंडों का पालन करना होगा |

Payment Bank की सुविधाएं :-

  • Paytm Payment Bank में किसी न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकता नहीं होगी और साथ ही यह NEFT, RTGS और IMPS जैसे मुफ्त ऑनलाइन लेनदेन उपलब्ध कराएगा |
  • Saving Account धारकों को उनकी जमा पर सालाना 4 फीसदी का ब्याज दिया जायेगा और पहले 1 लाख ग्राहक जो 25,000 रुपये जमा करेंगे उन्हें 250 रुपये का Cashback दिया जाएगा |
  • शुरुआत में Paytm Payment Bank Account केवल invite-only basis के माध्यम से उपलब्ध होगा | पहले चरण में, कंपनी अपने कर्मचारियों और सहयोगियों के लिए अपनी Beta Banking App जारी करेगी |

  • Paytm ग्राहक Paytm Payment Bank की Website या Android या iOS पर Paytm App के माध्यम से invite के लिए अनुरोध कर सकते हैं |
  • देश में किसी भी ATM से पैसे निकालने के लिए ग्राहकों के अनुरोध पर Paytm ग्राहकों को virtual Rupay debit cards और physical card प्रदान करेगा |
  • Airtel और India Post के बाद Paytm देश में भुगतान बैंक शुरू करने वाली तीसरी इकाई है |

डाक विभाग की Postman Mobile App

2

Postman Mobile App :-

अपना अस्तित्व खो चुके डाक घरों को पुनः जीवित करने के लिए डाक विभाग लगातार नई योजनाएं शुरू कर रहा है | समय के साथ वो अपने आप को करने का प्रयास कर रहा है इसी क्रम में डाक विभाग ने Postman Mobile App शुरू की है | लोग Postman Mobile App के माध्यम से अपनी Post की delivery के समय की जांच कर सकेंगे | इस योजना के तहत, सरकार Postman को Smartphone प्रदान करेगी | Postman Mobile App योजना केंद्र सरकार की एक योजना है, जिसे देश के सभी राज्यों में शुरू किया जाएगा | Postman Mobile App का उपयोग डाकघर में Postman द्वारा Postman के लिए articles invoice को वितरित करने के लिए किया जाएगा |

Postman Mobile App की मुख्य बातें :-

  • यह Postman द्वारा डिलीवरी डेटा के electronic capturing को सक्षम करता है और डिलीवरी की पावती प्राप्त करने में भी सक्षम है |
  • इसका उपयोग Postman और अन्य Delivery Staff द्वारा डिलीवरी पर विभिन्न डाक लेख वितरित करने के लिए किया जा सकता है |
  • यह एक Android based Mobile App है जिसे Centre of Excellence in Postal Technology (CEPT) द्वारा विकसित किया गया है |
  • Mobile App में addressee/payee के हस्ताक्षर के द्वारा Articles की delivery इस Postman App के माध्यम से की जाएगी |
  • ग्राहक को service delivery के अलावा, तकनीकी सुविधाओं में  – data security, GPS tagging, electronic signature capturing शामिल हैं |
  • Delivery की स्थिति को central server पर तुरन्त update किया जाता है और प्रेषक किसी भी पल में अपने article की स्थिति को track कर सकते हैं |

Postman Mobile App की विशेषताएं :-

  • Postman Mobile App में parcel व money order लेकर आने वाले व्यक्ति की पूरी जानकारी उनके Aadhar Number के माध्यम से दर्ज हो जाएगी। वहीं जिस व्यक्ति को उसे डिलीवर करना है उससे उसका Aadhar Number पूछा जाएगा |
  • Aadhar Number दर्ज करते ही delivery प्राप्त करने वाले व्यक्ति की पूरी जानकारी postman के मोबाइल में आ जाएगी । जानकारी सही होने पर Postman तत्काल उस व्यक्ति को parcel अथवा money order का भुगतान करेगा |
  • डाक विभाग के आधुनिकीकरण व नए तकनीक के माध्यम से ग्राहक और डाक विभाग के postman और delivery staff दोनों को फायदा होगा |
  • ग्रामीण इलाकों में अभी भी डाक विभाग संचार का बड़ा माध्यम है। निश्चित रूप से इससे उन लोगों को फायदा होगा |

Postman Mobile App कैसे download करें :-

  • आपको सर्वप्रथम “Google Play Store” पर जाना होगा |
  • वहां Search Box में Postman Mobile App search करें |
  • आपकी स्क्रीन पर Postman Mobile App आएगी |
  • Install बटन पर क्लिक करें |
  • Postman Mobile App का लाभ पाने के लिए App में पूछी गई आवश्यक जानकारी दर्ज करें |

3 स्टेप में आधार नंबर को पैन कार्ड से करें लिंक आयकर विभाग ने किया अनिवार्य | Aadhar Number Ko Pan Card Se Link Karen

Aadhar Number Ko Pan Card Se Link Karen :आयकर विभाग के नए गाइड लाइन (दिशानिर्देश)के अनुसार इनकम टैक्स Return भरने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया गया है | आयकर विभाग द्वारा जारी एडवाइसरी के अनुसार सभी को सूचित किया जाता है की अपने आधार नंबर को पैन नंबर से लिंक कराएं |जिसके लिए आयकर विभाग ने नया पोर्टल भी लांच कर दिया है जिससे आप घर बैठे अपने आधार नंबर को पैन नंबर से लिंक करा सकते हैं

यदि आपके पास आधार नंबर और पैन नंबर है तो मात्र तीन चरणों (Three Steps ) में आधार नंबर को लिंक किया जा सकता है | हम यहाँ आपको आधार नंबर को लिंक करने की प्रोसेस बताने जा रहे हैं इसलिए जरुरी है की पूरा आर्टिकल आप ध्यान से पढ़ें

STEP 1 : आधार कार्ड को पैन कार्ड से लिंक करने के लिए जरुरी है की आप आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ | आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए https://incometaxindiaefiling.gov.in/ पर क्लिक करें |जिससे आप वेबसाइट के होम पेज पर पहुँच जायेंगे जैसा की नीचे इमेज के माध्यम से दर्शाया गया है |

STEP 2 : आयकर विभाग की वेबसाइट पर आपको बायीं तरफ services सेक्शन में Link Aadhaar New  की लिंक दिखाई देगी आप उस लिंक पर क्लिक करें |

लिंक पर क्लिक करने पर आपकी स्क्रीन में एक फॉर्म दिखाई देगा जहाँ पर आपको अपने आधार एवं पैन सम्बन्धी जानकारी भरनी होगी |

  1. PAN : अपना पैन नंबर एंटर करें |
  2. Aadhar Number : 12 अंकों का अपना आधार नंबर एंटर करें |
  3. Name as per Aadhaar : यहाँ पर आपको अपना नाम एंटर करना है जैसा की आपके आधार में दिया गया है |
  4. Captcha Code : इमेज में प्रदर्शित करैक्टर को नीचे बॉक्स में एंटर करें

STEP 3 :  अब फॉर्म में जरुरी जानकारी भरने के बाद जैसे ही आप लिंक आधार पर क्लिक करेंगे Successfully का मैसेज आपकी स्क्रीन में दिखयी देगा |इसका मतलब है की सफलता पूर्वक आपका आधार नंबर आपके पैन कार्ड नंबर से लिंक हो चुका  है |

चाहें तो आप चेक करने के लिए यही प्रोसेस दोहरा कर देख सकते हैं दोहराने पर आपकी स्क्रीन में एक मैसेज आएगा Your pan number already linked to the given aadhar number (आपका पैन कार्ड पहले ही इस आधार नंबर से लिंक हो चुका है )

Direct Tax क्या है सरकार का टैक्स कलेक्शन सिस्टम जानें

प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) :-

व्यापक रूप से, भारत सरकार द्वारा अपने नागरिकों पर दो तरह के कर लगाए जाते हैं – प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) और अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) |

प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) वे हैं जो करदाता (taxpayer) द्वारा सीधे सरकार को दिए जाते हैं | इन करों का भुगतान करदाता (taxpayer) की ओर से नहीं किया जाता है | इसे सरकार द्वारा सीधे लोगों और संगठनों पर लगाया जाता है | इस कर दायित्व को करदाता (taxpayer) द्वारा भुगतान किया जायेगा और भुगतान के लिए इसे किसी भी अन्य इकाई में स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है |

भारत में प्रत्यक्ष करों का केंद्रीय बोर्ड :-

भारत में प्रत्यक्ष कराधान (Direct taxation) का निरीक्षण केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (Central Board of Direct Taxes) या CBDT द्वारा किया जाता है | जिसे Central Board of Revenue Act, 1924 के परिणामस्वरूप बनया गया था | CBDT वित्त मंत्रालय में राजस्व विभाग का एक हिस्सा है और प्रत्यक्ष कर कानूनों (Direct Tax Laws) के प्रशासन के लिए जिम्मेदार है | यह भारत में प्रत्यक्ष करों की नीति और योजना के लिए अपना सुझाव भी प्रदान करते है |

CBDT सभी प्रत्यक्ष कराधान नीतियों (Direct taxation policy) और प्रवर्तन का केंद्र और गठजोड़ है | CBDT की अध्यक्षता CBDT अध्यक्ष और 6 सदस्यों की एक टीम द्वारा की जाती है ये 6 सदस्य भारत सरकार के विशेष सचिव होते हैं |

प्रत्यक्ष करों के प्रकार :-

  • Income Tax

    1. आयकर (income tax) सबसे आम और सबसे महत्वपूर्ण कर है जिसे हर आय प्राप्त भारतीयों को भुगतान करना होता है |
    2. यह कर सीधे एक व्यक्ति की आय पर लगाया जाता है |
    3. जिस पर यह कर लगाया जाता है, वह भिन्न हो सकता है क्योंकि यह आय के स्तर पर निर्भर करता है |
    4. यह कर व्यक्तियों, सहकारी समितियों, फर्मों, कंपनियों, हिंदू अविभाजित परिवारों (HUF), ट्रस्टों और किसी न्यायिक व्यक्ति पर लगाया जाता है |
    5. जिस आय पर यह आयकर लगता है उसे “कर योग्य आय” (“Taxable income”) के रूप में जाना जाता है जिसे इस रूप में परिभाषित किया जा सकता है:                                                                               Taxable income = (total income) – (applicable deductions and exemptions) 

     

प्रमुख आय जिनमें आयकर लगाया जा सकता है :

  1. घर और संपत्ति से आय पर
  2. Business या profession से आय पर
  3. Salary से आय पर
  4. पूंजीगत लाभ (capital gains) के रूप में आय पर
  5. अन्य स्रोतों (other sources) से आय पर
  • Corporate Tax 

    1. यह कर उन कंपनियों पर लगाया जाता है जो अपने shareholders से अलग संस्थाओं के रूप में मौजूद हैं |
    2. भारत में उत्पन्न होने वाली विदेशी कंपनियों पर यह कर लगाया जाता है |
    3. यह कर भारत में स्थित पूंजीगत संपत्ति की बिक्री में royalties, interest, gains पर और तकनीकी सेवाओं और लाभांश के लिए शुल्क पर  लगाया जाता है |
    4. इसमें Minimum Alternative Tax (MAT) शामिल है जिसे income tax net के तहत Zero Tax companies को लाने के लिए पेश किया गया था, जिनका खाता कंपनी अधिनियम के अनुसार बनाया गया था |
    5. इसमें Fringe Benefit Tax (FBT) शामिल है | जिसे कंपनियां कर्मचारियों को प्रदान किए गए fringe benefits पर भुगतान करती हैं |
    6. इसमें Dividend Distribution Tax (DDT) शामिल है | जो किसी भी घरेलू कंपनी द्वारा घोषित, वितरित या लाभांश के रूप में भुगतान की गई किसी भी राशि पर कर लगाया जाता है | अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को इस कर से छूट दी गई है |
    7. इसमें Securities Transaction Tax (STT) भी शामिल है जो कर योग्य प्रतिभूतियों के लेनदेन पर लागू होता है | इस पर अधिभार लागू नहीं है |
  • Wealth tax 

    1. संपत्ति कर (Wealth Tax) संपत्ति के स्वामित्व से प्राप्त लाभों पर लिया जाता है |
    2. एक ही संपत्ति पर हर साल उसकी मौजूदा बाजार मूल्य के आधार पर कर लगाया जाएगा |
    3. भले ही संपत्ति से कोई आय अर्जित हो या नहीं संपत्ति कर सदैव लगाया जाएगा |
    4. कर व्यक्तियों, हिंदू अविभाजित परिवारों (HUF), और कंपनियों पर समान रूप से लगाया जाता है |
    5. कर आवासीय स्थिति पर निर्भर करता है |

निम्नलिखित पर कर नहीं लगाया जाएगा :

  1. व्यापार में stock के रूप में आयोजित संपत्ति |
  2. Commercial complex के रूप में आयोजित संपत्ति |
  3. Gold deposit bonds
  4. Business या profession के लिए आयोजित House property

Direct Taxation के लाभ :-

Equitable : प्रत्यक्ष करों के बोझ को बदला नहीं जा सकता है, और progressive taxation के माध्यम से समाज के सभी वर्गों से आय और धन के equitable sacrifice को प्राप्त किया जा सकता है |

Economical : आयकर और प्रत्यक्ष कर के अन्य रूप TDS (Tax Deduction at Source) की सहायता से प्राप्त किए जाते हैं और इसलिए सरकार को इकट्ठा करने की कोई समस्या नहीं है |

Certainty : करदाता और सरकार के बीच निश्चितता की भावना है, क्योंकि प्रत्येक को पता है कि कितना भुगतान करना है और कितना एकत्र करने की उम्मीद है |

Productivity : प्रत्यक्ष कर इस मायने में बहुत productive है कि कामकाजी आबादी और समुदाय बढ़ रहा है | इसलिए direct taxation से रिटर्न मिलता है |

Consciousness of duty : जब लोग consciously अपने करों का भुगतान करते हैं, तो वे यह जान पाते हैं कि सरकार द्वारा उनका पैसा कैसे खर्च किया जा रहा है |

Equal distribution of wealth : सरकार उन लोगों से अधिक कर वसूलती है जिनकी आय अधिक होती है और इन पैसों का इस्तेमाल समाज के निचले और गरीब वर्गों के उत्थान के लिए करती है |

Gmail Ka Password Kaise Change Karen | जी मेल का पासवर्ड कैसे बदलें

3

Gmail Ka Password Kaise Change Karen : ईमेल यूज़ करने वाले लगभग सभी यूजर Gmail  की सर्विस का उपयोग करते हैं जिसमे हम अपने जरुरी दस्तावेजों के साथ पर्सनल फोटोज,वीडियोस,जरुरी डाटा,और आपके कांटेक्ट नंबर रखते हैं  तो आप जानते ही होंगे इन्हे किसी गलत उपयोग से बचाने के लिए सुरक्षित रखना भी जरुरी है जिसे  हम  ईमेल पासवर्ड के माध्यम से सुरक्षित रखते हैं |

कई बार ऐसा होता है  जब हम पब्लिक प्लेस में ईमेल आई डी एवं पासवर्ड  का यूज़ करते हैं और किसी और को भी आपके पासवर्ड  की जानकारी हो जाती है अक्सर हम सब के साथ ऐसा होता है यदि आपके साथ भी ऐसा हुआ है तो जरुरी है की समय रहते अपने पासवर्ड को बदल लें ताकि आपकी जानकारी या जरुरी फाइल्स सुरक्षित रहें |

तो चलिए हम बात करते हैं की आपके Gmail आई डी का पासवर्ड कैसे चेंज करें जानते हैं नीचे दिए हुए Step by Step  प्रोसेस से|

STEP 1: पासवर्ड  चेंज करने के लिए जरुरी है की सबसे पहले आप अपने जीमेल में अपने मौजूदा पासवर्ड का उपयोग करते हुए लॉगिन करें |लॉगिन करने के लिए आप जीमेल की वेबसाइट में जाएँ और लॉगिन करें 

STEP 2: लॉगिन करने के बाद राइट कार्नर में दिए हुए गियर आइकॉन में क्लिक करें और सेटिंग (Setting) में जाएँ |

STEP 3:  इसके बाद Account and Import ऑप्शन में जाकर Change Account Setting के सामने पर क्लिक करें|क्लिक करते है आप नेक्स्ट पेज में Redirect हो जायेंगे |

STEP 4: अब अपना मौजूदा पासवर्ड एंटर करें यह एक वैरिफिकेशन प्रोसेस है ताकि कोई और आपका पासवर्ड चेंज न कर सके |

STEP 5: अब यहाँ पर आपको अपना नया पासवर्ड एंटर करना है ध्यान रखे की आपका पासवर्ड कम  से कम ८ करैक्टर का होना चाहिए अल्फान्यूमेरिक,स्पेशल करैक्टर का उपयोग करें तो और भी बेहतर होगा |पासवर्ड में मोबाइल नंबर,DOB कतई न रखे क्योंकि ये आसानी से गेस किये जा सकते हैं |

नया पासवर्ड एंटर करने के बाद चेंज पासवर्ड बटन पर क्लिक करें आपका नया पुराण पासवर्ड successfully चेंज हो जायेगा अब फिर से लॉगिन करने के लिए नए पासवर्ड का उपयोग करें |
उम्मीद है आपको जीमेल पासवर्ड चेंज करने की प्रोसेस समझ आ गयी होगी यदि हमारा यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो हमें फेसबुक पेज को जरूर लाइक करें और न्यूज़ लत्तेर को सब्सक्राइब करें कुछ ऐसे ही आर्टिकल हम आपको लिखते रहेंगे तब तक के जय हिन्द

Payment Gateway क्या है ? क्या आप जानते हैं कैसे होता है ऑनलाइन भुकतान

Payment Gateway :-

Payment Gateway एक e-commerce सेवा है जो online और mortar stores के लिए credit card के भुगतान की प्रक्रिया करता है | Payment Gateway, payment portal जैसे web-enabled mobile devices/websites और  front end processor/bank के बीच महत्वपूर्ण जानकारी स्थानांतरित करके इन लेन-देन की सुविधा प्रदान करते हैं | e-commerce transaction process में payment gateway महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे व्यापारी और ग्राहक के बीच payment की अनुमति मिलती है |

लोकप्रिय payment gateway में  PayPal, CC Avenue, PayU, EBS, VISA और Master Card शामिल हैं | Payment Processor लेनदेन डेटा का विश्लेषण और संचारण करता है | जबकि Payment Gateway खरीदारों और विक्रेताओं के बीच fund transfer को अधिकृत करता है |

Payment Gateway कार्य कैसे करता है :-

जब कोई ग्राहक किसी online store से ऑर्डर करता है, तो लेन-देन को अंतिम रूप देने के लिए Payment Gateway कई कार्य करता है :

  • Encryption – Web browser उस data को अपने और vendor’s web server के बीच भेजे जाने के लिए encrypt करता है |फिर Gateway, Transaction data को विक्रेता के अधिग्रहण बैंक द्वारा उपयोग किए गए payment processor को भेजता है |
  • Authorization Request – Payment Processor एक card association को transaction data भेजता है | Credit card का जारीकर्ता बैंक authorization request देखता है और उसे “approves” या “denies” करता है |
  • Filling the Order – तब Processor व्यापारी और उपभोक्ता से संबंधित प्राधिकरण को Payment Gateway को आगे बढ़ाता है | एक बार Gateway इस प्रतिक्रिया को प्राप्त करता है, तो यह भुगतान प्रक्रिया के लिए website/interface को प्रसारित करता है |यहां, यह interpreted होता है और एक उचित प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है | देखने में ऐसा प्रतीत होता है की यह बहुत जटिल और लंबी प्रक्रिया है पर आमतौर पर अधिक से अधिक कुछ सेकंड लेता है |

Clearing Transactions :-

लेन-देन की समाप्ति के लिए ऊपर दिए गए चरणों को दोहराया जाता है | लेन-देन के समापन के द्वारा ऊपर दिए गए चरणों को दोहरा कर प्राधिकरण को “स्पष्ट” करने का प्रयास किया जाता है | हालांकि, लेनदेन तभी समाप्त होता है जब एक बार व्यापारी वास्तव में (order shopping) लेनदेन को पूरा कर लेता है | जारी करने वाला बैंक “auth-hold” को debit में बदलता है, जिससे विक्रेता के अधिग्रहण बैंक के साथ “settlement” की अनुमति मिलती है | उसके बाद processor पर भरोसा किया जाता है कि वह दिन के अंत में अधिग्रहण बैंक के साथ विक्रेता के सभी स्वीकृत प्राधिकरणों को व्यवस्थित करे |

Payment Gateway के अन्य कार्य :-

Payment Gateway सहायक उपकरण के साथ screen orders भी मदद करते हैं | यह screening process यथासंभव अधिक धोखाधड़ी को कम करती है | Gateway fraud detection tools में शामिल हैं :-

  • Delivery address verification
  • AVS checks
  • Computer finger printing technology,
  • Velocity pattern analysis
  • Identity morphing detection
  • Geolocation

Payment Gateway, Processor को संचरित अनुरोधों को अधिकृत करने के लिए tax amounts की भी गणना करता हैं |

सरकार ने Bharat Ke Veer एप लांच किया अब आप भी कर सकते हैं शहीदों की मदद !

0

Bharat Ke Veer :- 

Bharat Ke Veer एक नई Mobile App और bharatkeveer.gov.in केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया एक नया वेब पोर्टल है जिसके माध्यम से केंद्र सरकार सामान्य जनता के द्वारा देश की सीमाओं और आंतरिक सुरक्षा में तैनात केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल और अर्ध सैनिक बलों के जवानों के परिजनों को आर्थिक मदद प्रदान करेगी | देश का कोई भी नागरिक जो शहीदों के परिवारों का समर्थन करना चाहते हैं भारत के वीर वेब पोर्टल या का उपयोग करके ऑनलाइन शहीदों के परिवारों की आर्थिक मदद कर सकते हैं |

Bharat Ke Veer App और Web Portal को गृह मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है ताकि वे उन जवानों को अपनी श्रद्धांजलि दे सकें जिन्होंने अपने देश और देश के नागरिकों की रक्षा के लिए अपना जीवन न्यौक्षावर कर दिया |

Bharat Ke Veer App का उद्देश्य :- 

Bharat Ke Veer पोर्टल का मुख्य उद्देश्य सामान्य जनता को शहीदों के परिवारों को सीधे शहीद के बैंक खातों में ऑनलाइन पैसे भेजकर या भारत के वीर कोष को पैसे भेजकर आर्थिक सहायता प्रदान करना है | Bharat Ke Veer पोर्टल में शामिल शहीद प्रमुख सेनाओं के निम्नलिखित सशस्त्र बलों में से होंगे :-

  1. Assam Rifiles
  2. Border Security Force (BSF)
  3. Central Industrial Security Force (CISF)
  4. Central Reserve Police Force (CRPF)
  5. Indo – Tibetan Border Police Force (ITBP)
  6. National Disaster Response Force (NDRF – India)
  7. National Security Guards (NSG)
  8. Sashastra Seema Bal (SSB)

Bharat Ke Veer पोर्टल पर ऑनलाइन सहायता कैसे करें :-

  • ऑनलाइन दान / योगदान करने के लिए, आपको सबसे पहले Bharat Ke Veer Portal bharatkeveer.gov.in पर जाना होगा |
  • फिर आपको Home Page पर  “Enter” बटन पर क्लिक करना होगा |

  • यदि आप किसी व्यक्तिगत खाते में योगदान करना चाहते हैं, तो आपको menu में “Bravehearts” लिंक पर क्लिक करना होगा | और यदि आप Bharat Ke Veer कोष में योगदान करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए चित्र में दिखाए अनुसार मेनू में “Bharat Ke Veer” लिंक पर क्लिक करना होगा |

  • “Bravehearts” लिंक पर क्लिक कर, सैनिकों की प्रदर्शित सूची से सैनिकों को चुन सकते हैं या किसी सैनिक को खोज सकते हैं और इच्छित योगदान कर सकते हैं |

  • यदि आप “Bharat Ke Veer” कोष में योगदान करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए फॉर्म में दिए गए विवरण और योगदान की राशि भर कर सबमिट करें |

अंशदान के बाद, कोई भी अंशदाता अपनी Email Id और Phone Number दर्ज करके उनके योगदान का प्रमाण पत्र डाउनलोड कर सकता है  |

Download Certificate Click Here

Bharat Ke Veer Portal के माध्यम से दान की गई राशि  उन केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल / केंद्रीय पैरा मिलिटरी सैनिकों के परिजनों के खाते में जमा किया जाएगा |

Haryana e-Seva App के बारे में जानें

Haryana e-Seva App :-

हरियाणा सरकार ने Android phone उपभोक्ताओं के लिए e-Seva App शुरू की है और यह Google Play Store में उपलब्ध है | e-Seva App हरियाणा सरकार की एक पहल है जो सभी सरकारी सेवाओं और कल्याणकारी योजनाओं की सारी जानकारी प्रदान करेगी | e-Seva App हरियाणा सरकार के कई विभागों द्वारा चलाई जा रही प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में सारी जानकारी प्रदान करेगी |

e-Seva App में हरियाणा सरकार के 30 विभिन्न विभागों द्वारा चलाए जा रहे 250+ कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी शामिल है | App, सभी योजनाओं और सेवाओं से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी जैसे एप्लिकेशन प्रोसेसिंग, आवश्यक दस्तावेज और अपेक्षित शुल्क करता है |

Haryana e-Seva App download कैसे करें :-

नीचे दी गई link पर जाकर e-Seva App को आपके Desktop या mobile device में download  किया जा सकता है |

Haryana e-Seva App

आप अपने Android mobile phone पर Google Play Store में जाकर “Haryana e-Seva” को खोज कर भी डाउनलोड कर सकते हैं |

आने वाले दिनों में कुछ और अन्य विभागों की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी App में जोड़ दी जाएगी | यह App उन लोगों के लिए मददगार साबित होगी जो सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी लेने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाते रहते हैं |

e-Seva App लोगों को CM Window में अपनी शिकायत का status देखने की भी अनुमति देगा | और साथ ही वे हरियाणा सरकार की योजनाओं / कार्यक्रमों के बारे में अपनी राय / सुझाव भी साझा करने में सक्षम होंगे |

BHIM-Aadhar Payment App के बारे में जानें

BHIM-Aadhar Payment App :-

अर्थव्यवस्था में नकदी के इस्तेमाल को कम करने के अपने प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल 2017 को व्यापारियों के लिए BHIM-Aadhar platform का शुभारंभ किया | BHIM-Aadhar Payment App, Aadhar Database से उपयोगकर्ताओं के Bio metric Details के प्रमाणिकरण के द्वारा Fingerprint Scanner के माध्यम से भुगतान करने की अनुमति देगा |

BHIM को Bharat Interface for Money के रूप में भी जाना जाता है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन महीने पहले एक उपकरण के रूप में उपलब्ध कराया था जो सभी डिजिटल भुगतानों के लिए one-stop solution हो सकता है |

इस App का उद्देश्य विशेष रूप से लोगों को अपने बायोमेट्रिक डेटा जैसे अपने अंगूठे के निशान (fingerprint) का उपयोग करके व्यापारियों की बायोमेट्रिक सक्षम डिवाइस (bio metric enabled device) या स्मार्टफोन के बायोमेट्रिक रीडर (bio metric reader) के माध्यम से डिजिटल भुगतान करना है |

http://enterhindi.com/bhim-referral-bonus-scheme-cashback-scheme-ke-baare-me-jaane/

पूरे देश के व्यापारियों द्वारा डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होगा | इस के माध्यम से लेनदेन को पूरा करने के लिए आपके आधार संख्या और बायोमेटिक फिंगरप्रिंट को जोड़ना होगा | BHIM- Aadhar Payment App के माध्यम से लेनदेन करने के लिए, व्यापारियों को Fingerprint Scanner खरीदना होगा |

BHIM-Aadhar Payment App कैसे डाउनलोड करें :-

BHIM Merchant App को या तो Google Play स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है (अगर यह वहां जारी किया गया है) या व्यापारियों को अपने संबंधित बैंक शाखाओं से संपर्क करना होगा | बैंक अधिकारी व्यापारियों के मोबाइल फोन पर BHIM Aadhar App को install करने में  मदद करेंगे | शुरू में App Android Smartphone उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होगा लेकिन बाद में यह iOS उपभोक्ताओं के लिए भी उपलब्ध हो सकता है |

BHIM Aadhar Pay App के Google Play store पर upload/ release होने पर आपको सूचित किया जायेगा साथ ही App डाउनलोड करने के लिए direct link साझा की जाएगी |

BHIM-Aadhar Payment App का उपयोग कैसे करें :-

BHIM Aadhar Pay App का इस्तेमाल करना बहुत आसान है, ऐसे ग्राहक जिन्होंने अपने बैंक खातों की e-KYC प्रक्रिया पूरी कर ली है या अपने बैंक खातों से अपने आधार कार्ड को जोड़ लिया है इस App का उपयोग करने में सक्षम होंगे | किसी भी व्यापारी को भुगतान करते समय ग्राहकों को केवल अपने अंगूठे का इस्तेमाल करना होगा और फिर भुगतान करने के लिए बैंक खाते का चयन करना होगा |

व्यापारियों को अपने स्मार्टफोन पर App को डाउनलोड करना होगा और उस बैंक खाते को लिंक करना होगा जिसमे वह भुगतान प्राप्त करना चाहता है | उसके बाद ग्राहकों से भुगतान प्राप्त करने के लिए उन्हें अपने फोन को fingerprint reader से जोड़ने की जरूरत होगी |

BHIM Aadhar Pay App उन लोगों के लिए सबसे अधिक फायदेमंद होगी जो पढ़े लिखे नहीं है और लेनदेन के लिए उनके thumb impression ही प्रमाणीकरण पासवर्ड के रूप में काम करेंगे |

BHIM-Aadhar Payment App का मूल उपयोग :-

  • ग्राहकों को अपने Aadhar Number को अपने बैंक खातों से जोड़ना होगा |
  • व्यापारियों को App डाउनलोड कर, अपने बैंक खाते से लिंक करना होगा और fingerprint scanner संलग्न करना अनिवार्य होगा |
  • भुगतान स्वीकार करते समय, व्यापारी ग्राहक का आधार नंबर दर्ज कर, बैंक का चयन करेगा और शुल्क लेने वाली राशि दर्ज करेगा |
  • उसके बाद, ग्राहक भुगतान को अधिकृत करने के लिए अपनी उंगली / अंगूठे को fingerprint scanner पर रखेगा |
  • Aadhar Databse के साथ fingerprint match होने पर, राशि सीधे ग्राहक के खाते से व्यापारी के बैंक खाते में स्थानांतरित हो जाएगी |

BHIM Aadhar Pay App का उपयोग करके, लेनदेन केवल Aadhaar-linked bank accounts (AEBA) के माध्यम से किया जा सकता है | BHIM Aadhar Pay App एक बेहद सुरक्षित App है जो Aadhaar Payment Bridge (APB) और Aadhaar Enabled Payment System (AEPS) दो मुख्य प्लेटफार्मों का उपयोग करता है |
Aadhaar Payment Bridge (APB) लेनदेन के प्रवाह को आसान बनाने के लिए बैंक और ग्राहकों के बीच के repository के रूप में कार्य करता है | जबकि Aadhaar Enabled Payment System (AEPS) ऑनलाइन प्रक्रिया को प्रमाणित करने में मदद करता है |

BHIM Aadhar Pay का उपयोग करने से व्यापारियों को Merchant Discount Rate (MDR) का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी | जो Credit या Debit Card का उपयोग करते हुए भुगतान स्वीकार करते समय आवश्यक होता है |