DigiGov Maker Vendor Bill Making Process : लेख के टाइटल से आप समझ ही गए होंगे की आज किस बारे में आप सीखने वाले हैं | “DigiGov” पोर्टल में फंड वेंडर को पास करने के लिए मुख्यतः 2 प्रबंधक होते हैं जो की वेंडर को fund disbursment के लिए उत्तरदायी होते हैं पहले मेकर (Maker) मेकर : मेकर का काम Vendor Registration , बिल जनरेट करना आदि की काम होते हैं
अप्रूवर : मेकर द्वारा जनरेट बिल की वेरीफाई करना अप्रूवर का काम होता है| अप्रूवर द्वारा बिल OTP से वेरफाइ होने के बाद पैसे संबंधित वेंडर को Transfer हो जाते हैं|
2 प्रबंधक प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय में fund disbursment के लिए उत्तरदायी होते हैं लेकिन हाई स्कूल या हायर सेकेंडरी विद्यालय में तीन प्रबंधक बनाए जाते हैं जो की ये हैं मेकर(Maker) : मेकर का काम बिल जनरेट करना होता है अप्रूवर (Approver) : मेकर द्वारा जनरेट बिल की वेरीफाई करना अप्रूवर का काम होता है वेरिफायर (Verifier) : अप्रूवर द्वारा वेरीफाई बिल को वेरीफाई करते हुए राशि को संबधित वेंडर को OTP के माध्यम से अप्रूव करना।
तो इस प्रकार DigiGov के माध्यम से वेंडर को भुगतान किया जाता है चलिए शुरू करते हैं सबसे पहले स्टेप से जो की मेकर(Maker) आईडी से बिल लगाने से शुरू होती है | किन्तु इसके पहले लॉगिन करने, पासवर्ड को लॉगिन करने या वेंडर registration में किसी प्रकार की कोई समस्या है तो इन लेख का अध्ययन जरूर करें |
- “SBI DigiGov पोर्टल पर लॉगिन करने की प्रक्रिया: Step-by-Step गाइड”
- “DigiGOV पोर्टल का पासवर्ड रीसेट करने का सरल तरीका: जानिए हिंदी में”
- “SBI DigiGOV” पोर्टल से भुगतान स्टेटमेंट कैसे निकालें
- “DigiGOV Portal पर वेंडर रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया हिंदी में”
- ऑफिसियल पोर्टल पर MAKER लॉगिन करें:
- ऑफिसियल पोर्टल पर जाने के लिए SBI CSS गूगल सर्च करें और फर्स्ट लिंक ओपन करें या https://snafms.sbi/ लिंक पर क्लिक करें|
- प्रारम्भिक बिल लगाने की शुरुआत मेकर लॉगिन से होती है तो लॉगिन करने के लिए मेकर आईडी एवं पासवर्ड का उपयोग करें| की दिनों के बाद आईडी लॉगिन करने पर नॉर्मली पासवर्ड चेंज करने के लिए कहा जाता है इसलिए ऐसी सिचूऐशन में इस लिखे को पढ़ें “DigiGOV पोर्टल का पासवर्ड रीसेट करने का सरल तरीका: जानिए हिंदी में”
2. Manage Fund disbursement:
- सफलतापूरक लॉगिन होने पर Manage Fund disbursement ऑप्शन पर जाएं
- इसके लिए पहले MY MODULE में जाने पर की विकल्प स्क्रीन पर ओपन होते हैं जिसमे से Manage Fund disbursement पर क्लिक करें|
Path: My Module >> Manage Fund Disbursement:
3. Fund disbursement:
- उपरोक्त लिंक पर क्लिक करने पर फिर से की विकल्प ओपन होते हैं जिसमे से आपको Fund disbursement का चयन करना होता है|
Path: FMS Home Page >> My Module >> Manage Fund Disbursement >> Fund Disbursement
4. FMS Fund Disbursement Page:
- Fund disbursement में क्लिक करने पर FMS Fund Disbursement Page ओपन हो जाता है जिसमे की प्रकार की जानकारियों को सावधानी से भरना पड़ता है|
- इस पेज में कई महत्त्वपूर्ण जानकारियां अंकित करनी होती है जैसे वित्तीय वर्ष (financial year), Entity/DDO, Nature of Payment, type, Beneficiary Created me/All, Activity एवं बिल से सम्बंधित फाइल को अटैच करते हुए और सभी जरुरी जानकरियों को अंकित करते हुए Add बटन पर क्लिक करें|
5. Enter Gross amount and Deductions amount page:
- ऐड करते ही आपके स्क्रीन पर ऐड बटन के नीचे स्क्रीन पर वेंडर डिटेल्स आती है जिसमे वेंडर को टीना अमाउंट disburse, होने है gross amount, Deductions की जानकारी भरनी पड़ेगी|
- सभी जानकारी अंकित करने के बाद वेंडर की सभी डिटेल्स वेरीफाई करते हुए validate बटन पर क्लिक कर जानकारी को validate करें
6. FMS Fund Disbursement Request Submit to Verifier:
- Validate होने के बाद Request वेरीफायर के इनबॉक्स में भेज दी जाती है| वेरीफायर के नाम जानकारी pupup बॉक्स के माध्यम से स्क्रीन पर डिस्प्ले होती है जिसे रीक्वेस्ट भेजी जाती है|
- और इस प्रक्रिया के बाद मेकर का काम खतम हो जाता है यदि और कोई बिल लगाना होतो पुनः इसी प्रक्रिया को फिर से फॉलो करना होता है|
- मेकर द्वारा भेजे बिल को वेरीफायर द्वारा वेरफाइ किए जाते हैं यदि आप प्राइमरी यया माध्यमिक विद्यालय से हैं तब वेरीफायर द्वारा वेरफाइ करने के पश्चात अमाउन्ट को वेंडर के खाते में ट्रांसफर हो जाते हैं लेकिन यदि उच्च विद्यालय से हैं तो वेरीफायर द्वारा वेरफाइ करने के पश्चात बिल अप्रूवर (Approver) को भेज दिया जाता है उसके बाद फाइनल पेमेंट की प्रक्रिया पूरी होती है
- अप्रूवर (Approver) एवं वेरिफायर (Verifier) कैसे काम करते हैं इसकी जानकारी अगले लेख में|