Incognito Mode:-

आपमें से बहुत से लोगों ने कभी न कभी Incognito Mode का नाम तो सुना ही होगा, लेकिन बहुत से लोग इसके इस्तेमाल से वाकिफ नहीं होंगे कि यह कैसे काम करता है, Browser में इसे क्यों दिया गया है, इसके फायदे-नुकसान क्या हैं | आज मैं अपने इस लेख में आपको Incognito Mode से जुड़े हर पहलु को समझाने की कोशिश करूँगा |

Incognito Mode के चर्चा में आने का मुख्य कारण इसकी वजह से Google पर 3600 करोड़ रुपये का लगने वाला जुर्माना है | हाल ही में एक अमेरिकी यूजर ने Google पर केस किया है |

यूजर का आरोप है कि गूगल अपने Chrome Browser के जरिए इनकॉग्निटो मोड (प्राइवेट मोड)/Incognito Mode (private mode) में भी लोगों को ट्रैक करता है | इस मामले में गूगल पर पांच बिलियन डॉलर यानी करीब 36 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना लग सकता है |

Incognito Mode को समझने के लिए Normal Browsing और इसके बीच के अंतर को समझना आवश्यक है | आइये पहले समझते हैं Normal Browsing क्या है?

Normal Browsing क्या है:-

जब भी आप Google या YouTube पर कुछ भी सर्च करते हैं, तो Browser(जिसे आप अलग-अलग साइट खोलने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं) आपकी हर एक activity को रिकॉर्ड कर लेता है, जैसे आपने क्या सर्च किया |

किस keyword का इस्तेमाल किया | यदि आप History delete नहीं करते हैं, तो कोई भी यह पता लगा सकता है कि आपने क्या-क्या सर्च किया है | ये डेटा गूगल के सर्वर में भी save रहता है | इस प्रोसेस को Cookies save करना भी कहते हैं \

वहीं, Incognito Mode इससे बिल्कुल अलग है | इस फीचर को सबसे पहले Apple के Safari Browser में साल 2015 में लॉन्च किया गया था | इसके बाद सभी कंपनियों ने अपने ब्राउजर में इसे शामिल किया |

Incognito Mode क्या है:-

Incognito Mode को प्राइवेसी मोड, सेफ मोड या प्राइवेट ब्राउजिंग (private browsing) नाम से भी जाना जाता है | इसकी खासियत यह है कि इस मोड में आपकी Search history और Cache file save नहीं होती |

जैसे ही इस विंडो को क्लोज करते हैं Automatically सबकुछ डिलीट हो जाता है | इस मोड में जो भी एक्टिविटी करते हैं, वो Normal Browsing में नहीं दिखती हैं | यानी यह कहना गलत नहीं होगा कि जब भी आप Incognito Mode को उपयोग करते हैं यह हमेशा फ्रेश सर्च ही करेगा |

Incognito Mode क्या है

Incognito Mode के फायदे:-

  • निजी जानकारी चोरी होने से बचाने के लिए: जब हम किसी साइट पर अपना अकाउंट बनाते हैं तो उसमें दी गईं सभी व्यक्तिगत जानकारियां सेव हो जाती हैं लेकिन यदि यह सभी काम Incognito Mode पर किए जाए, तो सभी गोपनीय जानकारी save होने से रोक सकते हैं और अपनी personal details चोरी होने से बचा सकते हैं |
  • Login Details छुपाने के लिए: अगर आप अपना कोई प्राइवेट वर्क किसी दूसरे के कम्प्यूटर में करते हैं तो आपको Incognito Mode का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए | ऐसा करने से दूसरा कोई भी व्यक्ति आपकी Login Details के बारे में पता नहीं कर पाए |
  • Search History छुपाने के लिए: अगर आप चाहते हैं कि आपने ब्राउजर में क्या सर्च किया है इसकी जानकारी कोई और ना पता लगा पाए तो आप Incognito Mode का इस्तेमाल करें | ऐसा करने से आपने जो भी सर्च किया होगा वह कोई दूसरा नहीं देख पाएगा |
  • वेबसाइट टेस्ट करने के लिए: यह वेब डेवलपर्स के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें आप अपने ब्राउजर की कैशे क्लीयर किए बिना केवल ब्राउजर से रिफ्रेश करके अपने द्वारा किए गए बदलाव को जान सकते हैं |
  • ट्रैक होने से बचने के लिए: हम जब भी वेब ब्राउजिंग करते हैं तो ब्राउजर और वेब सर्वर के द्वारा हमारी हिस्ट्री ट्रैक की जाती है लेकिन अगर आप इनकॉग्निटो मोड का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी लॉगइन डीटेल्स, सर्च हिस्ट्री, फॉर्म डिटेल्स हिस्ट्री, कुकीज फाइल्स सेव नहीं की जाती है | इस प्रकार से आप ट्रैक होने से बच सकते हैं |

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