नमामि गंगे कार्यक्रम – गंगा वृक्षारोपण अभियान 2018

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गंगा वृक्षारोपण अभियान 2018 (Ganga Vriksharopan Abhiyan 2018):-

केंद्र सरकार ने नमामि गंगे कार्यक्रम (Namami Gange Programme) के तहत गंगा वृक्षारोपण अभियान 2018 (Ganga Vriksharopan Abhiyan 2018) की शुरआत की है | यह एक सप्ताह का कार्यक्रम है जो 9 जुलाई 2018 से शुरू होकर 15 जुलाई 2018 तक चलेगा |

इस गंगा वृक्षप्रोपण सप्ताह के तहत, गंगा नदी के किनारे मौजूद 5 राज्यों में एक मिशन के तहत वृक्ष लगाए जाएंगे | इस तरह से जो कोई भी गंगा सफाई में अपना सहयोग देना चाहता है वह पेड़ों के रोपण में मदद कर सकता है |

प्रधान मंत्री मोदी ने जून 2016 में नमामि गंगे कार्यक्रम (Namami Gange Programme) की शुरुआत की थी | इस पहल के पीछे सरकार का यह लक्ष्य है कि [su_quote]हम सब एकजुट होकर काम करें और पवित्र गंगा की शुद्धता को सुनिश्चित करें[/su_quote] वृक्ष बारिश लाते हैं और पानी के स्तर में सुधार करते हैं | वृक्ष बाढ़, मिट्टी के कटाव और प्रदूषण की घटना को भी कम करते हैं जिससे गंगा की रक्षा में योगदान मिलेगा | लोग गंगा वृक्षारोपण अभियान 2018 (Ganga Vriksharopan Abhiyan 2018) में भाग ले सकते हैं और गंगा की सफाई में अपना सहयोग दे सकते हैं |

गंगा वृक्षारोपण अभियान 2018 के क्रिया-कलाप:-

यह अभियान गंगा से लगे 5 राज्यों – उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में शुरू किया जा रहा है | इस प्रकार केंद्र सरकार ने नाममी गंज कार्यक्रम के तहत शुरू किए गए इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां शुरू कर दी हैं :

  • जागरूकता अभियान
  • श्रमदान
  • सार्वजनिक बैठकें
  • सांस्कृतिक कार्यक्रम |

नमामि गंगे कार्यक्रम (Namami Gange Programme), गंगा के प्रदूषण, संरक्षण और कायाकल्प में प्रभावी कमी को दूर करने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ शुरू किया गया एक एकीकृत संरक्षण मिशन है | अधिक जानकारी के लिए, उम्मीदवार जिला वन कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं|

गंगा वृक्षारोपण सप्ताह के प्रमुख कार्य:-

गंगा वृक्षारोपण सप्ताह 9 जुलाई 2018 से शुरू होगा और 15 जुलाई 2018 को समाप्त होगा | इस सप्ताह में होने वाले प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं:-

  • घाट में ठोस अपशिष्ट पदार्थों को dump करने के लिए dustbins का प्रयोग |
  • गंगा में प्लास्टिक की बोतलें न डालें |
  • गंगा बेसिन में औषधीय पौधों की खेती का प्रचार |
  • स्वयंसेवकों में जिन्हें गंगा मित्र के रूप में भी जाना जाता है उनमें Eco-Skills और Capacity building training का विकास |
  • स्कूल के बच्चों और स्थानीय लोगों के बीच जन जागरूकता (public awareness) को बढ़ावा देना |
  • घाटों की नियमित सफाई के साथ सूचना शिक्षा और संचार गतिविधियां |

गंगा नदी को स्वच्छ बनाए के लिए नदी की सारी जानकारी होना जरूरी है | जिसके लिए केंद्र सरकार गंगा और आस-पास के क्षेत्रों में geo-mapping की प्रक्रिया शुरू करेगा |

गंगा वृक्षारोपण के प्रमुख प्रभाव:-

नदी के किनारे पर वृक्षारोपण के कुछ प्रमुख प्रभाव इस प्रकार हैं:-

  • भूजल स्तर (ground water level) में सुधार |
  • बाढ़ और सूखे में कमी |
  • जैव विविधता (Biodiversity) की रक्षा |
  • मृदा क्षरण (Soil Erosion) पर रोक |
  • जल गुणवत्ता में सुधार और वर्षा का विनियमन |

पवित्र नदी गंगा की सफाई और कायाकल्प में पेड़ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे |

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