छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस:-
आज प्रदेश का 21वां स्थापना दिवस है | आज ही के दिन 1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश से अलग हो कर यह अस्तित्व में आया | वर्ष 2000 से पूर्व छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश का हिस्सा हुआ करता था | लेकिन अब स्वयं एक राज्य के रूप में पहचाना जाने लगा है | जिसकी राजधानी रायपुर है | इस दौरान पूरे प्रदेश में हर जगह अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे |
जानकारी के अनुसार तीन दिन तक चलने वाले छत्तीसगढ़ राज्योत्सव समारोह में प्रदेश की लोक संस्कृति और लोक कलाओं का मंचन होगा | जीई रोड स्थित साइंस कॉलेज मैदान में शाम सात बजे से राज्योत्सव का रंगारंग आगाज होगा। मौजूदा सरकार ने राज्योत्सव का थीम ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” रखा है। इस कारण समारोह में बाहर के किसी भी कलाकार को नहीं बुलाया गया है |
इस बार राज्योत्सव के मंच पर बस्तर, सरगुजा और मध्य क्षेत्र के लोक नृत्य, लोक गाथा और अन्य कलाएं देखने को मिलेंगी | सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए विभिन्न् विभागों के स्टॉल लगे होंगे | मतलब, राज्योत्सव पूरी तरह से छत्तीसगढ़ी रंग में रंगा होगा |
क्यों मिला छत्तीसगढ़ को यह नाम:-
राज्य का पौराणिक नाम तो कौशल राज्य है, जो भगवान श्रीराम की ननिहाल कहा जाता है | लगभग 300 साल पहले गोंड जनजाति के शासनकाल के दौरान इस राज्य को छत्तीसगढ़ नाम मिला था | छत्तीसगढ़ के नाम को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं पर असल कारण था गोंड राजाओं के 36 किले | जसे किलों को गढ़ भी कहा जाता था | इसी कारण इस क्षेत्र का नाम छत्तीसगढ़ पड़ा |
ज्यादातर इतिहासकारों का मानना है कि कल्चुरी राजाओं द्वारा 36 किले या कई गांवों को मिलाकर गढ़ बनाए गए थे | इस इलाके को कोसल या दक्षिण कोसल के तौर पर जाना जाता था | यह उस समय की बात है जब रामायण काल से सत्रहवीं शताब्दी का दौर चल रहा था | कल्चुरी राजाओं के समय में छत्तीसगढ़ की राजधानी आज के समय के बिलासपुर के पास स्थित शहर रतनपुर, हुआ करता था |
शिवनाथ नदी के उत्तर में कल्चुरियों की रतनपुर शाखा के अंतर्गत 18 गढ़ और दक्षिण में रायपुर शाखा के अंतर्गत 18 गढ़ बनाए गए थे |
रतनपुर राज्य के अधीनस्थ 18 गढ़ों के नाम:-
- रतनपुर
- विजयपुर
- पंडर भट्टा
- पेंड्रा
- केन्दा
- बिलासपुर
- खरौद
- मदनपुर (चांपा)
- कोटगढ़
- कोसगई (छुरी)
- लाफागढ़ (चैतुरगढ़)
- उपरोड़ागढ़
- मातिनगढ़
- करकट्टी-कंड्री
- मारो
- नवागढ़
- सेमरिया
रायपुर राज्य के अधीनस्थ 18 गढ़ों के नाम:-
- रायपुर
- सिमगा
- ओमेरा
- राजिम
- फिंगेश्वर
- लवन
- पाटन
- दुर्ग
- सारधा
- सिरसा
- अकलबाड़ा
- मोहंदी
- खल्लारी
- सिरपुर
- सुअरमार
- सिंगारपुर
- टैंगनागढ़
- सिंघनगढ़ |