हेलो दोस्तों , आंगनवाड़ी छोटे बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एकीकृत बाल विकास सेवाओं के एक कार्यक्रम के रूप में ग्रामीण स्तर पर सरकार द्वारा समर्थित केंद्र है। आंगनवाड़ी 6 साल तक के बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और नर्सिंग माताओं की जरूरतों को पूरा करती है। प्रत्येक आंगनबाडी लगभग 400-800 लोगों की आबादी पर बनी है। जनसंख्या के आधार पर ग्राम पंचायत क्षेत्र में एक या अधिक आंगनबाडी केन्द्र हो सकते हैं। आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं आंगनबाडी केन्द्र चलाती हैं।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता

आंगनवाड़ी केंद्र क्या है ?

दोस्तों आंगनबाडी केंद्र एक ऐसा विस्तार है जहां महिलाओं और बच्चों को उनके घर जैसा ही माहौल मिलता है, साथ ही यहां स्वास्थ्य, प्रारंभिक शिक्षा और पोषण जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, इसे आंगनवाड़ी केंद्र कहा जाता है।

आंगनबाडी केंद्र में सरकार द्वारा बच्चों और महिलाओं से संबंधित कई अन्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं जो विशेष रूप से बच्चों और महिलाओं के लिए हैं और जिसका लाभ सीधे महिलाओं और बच्चों के लिए दिया जाता है, तो हम  इसके क्या कार्य हैं आइए अब जानते हैं कि आंगनबाडी केंद्र की स्थापना कब और क्यों की गई।

आंगनबाडी केन्द्र की स्थापना कब हुई थी ?

एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के तहत 1985 में भारत सरकार द्वारा आंगनबाडी केंद्र की स्थापना की गई थी। भारत सरकार महिलाओं और बच्चों को दी जाने वाली सेवा चाहती थी।

आंगनबाडी केन्द्र की स्थापना भारत सरकार के द्वारा की गयी है लेकिन आंगनबाडी केन्द्र की स्थापना का उद्देश्य क्या है। भारत सरकार का आंगनबाडी केंद्र स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाना है।

भारत सरकार ने आंगनबाडी केंद्र की स्थापना प्रत्येक राज्य के सहयोग से इस बात को ध्यान में रखते हुए की थी कि आंगनबाडी केंद्र का मुख्य उद्देश्य बच्चों और महिलाओं को कुपोषण से बचाना है. तो आप समझ ही गए होंगे कि आंगनबाडी केंद्र की स्थापना के पीछे भारत सरकार का क्या उद्देश्य है।

आंगनबाडी कार्यकर्ता कैसे बने?

दोस्तों अलग-अलग सरकारी नौकरियों में अलग-अलग योग्यताएं मांगी जाती हैं, उसी तरह आंगनबाडी केंद्रों के लिए निकाली जाने वाली भर्ती में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से योग्यता मांगी जाती है , अगर आप आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बनना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास हाई स्कूल शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए और अगर आप आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो उसके लिए 8वीं पास होना अनिवार्य है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के लिए चयन प्रक्रिया –

आंगनबाडी कार्यकर्ता की भर्ती मेरिट के आधार पर की जाती है। और आंगनबाडी कार्यकर्ता की चयन प्रक्रिया में व्यक्तिगत साक्षात्कार भी होता है।
इसलिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं को साक्षात्कार में 25 अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है, जिसके लिए 25 अंक निर्धारित किए गए हैं। ये 25 अंक व्यक्तिगत योग्यता के आधार पर दिए जाते हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के लिए भर्ती होने के लिए निर्धारित योग्यता के अनुसार कुल 7 अंक, स्नातक डिग्री के लिए 2 अंक, स्नातकोत्तर डिग्री के लिए 1 अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।

40 प्रतिशत या इससे अधिक निःशक्तता वाले अभ्यर्थी के लिए 2 अंक निर्धारित किए गए हैं। एससी/एसटी/ओबीसी उम्मीदवारों के लिए – 2 अंक निर्धारित किए गए हैं। व्यक्तिगत साक्षात्कार में – 3 अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। यदि उम्मीदवार के परिवार में दो बेटियां हैं – 2 अंक निर्धारित हैं।

एक महिला जो अपने पति से सात साल के लिए अलग हो गई है या एक अनाथालय में रहने वाली महिला या तलाकशुदा महिला के लिए – 3 अंक, नर्सरी शिक्षक या बाल कार्यकर्ता के पद के लिए, महिला को 10 महीने या उससे अधिक का अनुभव होना चाहिए, जिसमें से 3 के लिए अंक आवंटित किए गए हैं

इस प्रकार महिला अभ्यर्थी की योग्यता अंकों को जोड़कर तैयार की जाती है, जिसके बाद उसकी भर्ती की जाती है। लेकिन अगर दो महिला आवेदकों की संख्या बराबर है, तो बड़ी उम्र की महिला को वरीयता दी जाती है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का चयन उसकी अधिकतम आयु के आधार पर किया जाता है।

आंगनबाडी बनने की उम्र सीमा –

केंद्र सरकार द्वारा आंगनबाडी कार्यकर्ता बनने के लिए आयु सीमा 18 वर्ष से 45 वर्ष निर्धारित की गई है।

•             एससी/एसटी (एससी/एसटी) के लिए – 5 साल की छूट

•             अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए – 3 साल की छूट

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेतन –

आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि आंगनबाडी कार्यकर्ता को 2022 में कितना वेतन दिया जाता है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें की आंगनबाडी कार्यकर्ता कार्यकर्ता का वेतन ₹10,000 है जबकि आंगनवाड़ी सहायिका का वेतन ₹5000 प्रति माह है, जो सरकार द्वारा दिया जाता है।

आंगनबाडी में दी जाने वाली सेवाएं –

•             छह साल से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण।

•             छह साल से कम उम्र के बच्चों को पूरक पोषाहार उपलब्ध कराना।

•             नवजात शिशुओं और 6 साल से कम उम्र के बच्चों की देखभाल करना।

•             सभी गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव पूर्व देखभाल और टीकाकरण।

•             3-6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को अनौपचारिक प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान करना।

•             15-45 वर्ष आयु वर्ग की सभी महिलाओं के लिए पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा।

•             गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली महिलाओं को पूरक पोषाहार उपलब्ध कराना।

•             गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व देखभाल और शिशुओं की देखभाल करने वाली माताओं की प्रसवोत्तर देखभाल।

•             कुपोषण या बीमारी के गंभीर मामलों को अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों या जिला अस्पतालों, पोषाहार पुनर्वास केंद्रों/नवजात गहन देखभाल इकाइयों को रेफर करना।

निष्कर्ष –

दोस्तों उम्मीद करता हूँ आज इस आर्टिकल के माध्यम से आप लोगों को आंगनवाड़ी केंद्र के बारे में सारी जानकारी मिल गई होगी और साथ ही आंगनबाडी कार्यकर्ता कैसे बने  और इससे जुड़े हुए सारे सवालो के जवाब मिल गए होंगे दोस्तों फिर भी, अगर आप हमसे इस आर्टिकल से जुड़े कुछ सवाल हमसे पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं हमारी टीम आपका जवाब जरूर देगी , कृपया अपने दोस्तों के साथ जरूर इस आर्टिकल को साझा करे ताकि उनको भी यह जानकारी मिल सके धन्यवाद।

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