उत्तराखंड मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना 2021:-

उत्तराखंड सरकार जल्द ही नई मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना /Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana (MGKY) 2021 2021 शुरू करने जा रही है | इस मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना (Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana) से प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में निवास करने वाली हजारों महिलाओं को लाभ होगा | मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजनान्तर्गत 7,771 केन्द्रों के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्रों के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारे की आपूर्ति की जायेगी | इन क्षेत्रों में पशुपालकों को पैक्ड साइलेज और टोटल मिक्स राशन (TMR) उपलब्ध कराया जाएगा | उत्तराखंड मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना (Uttrakhand Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana) उन महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आएगी, जिन्हें जंगल से चारा इकट्ठा करते समय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और खतरों का सामना करना पड़ता है |

उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना को कैबिनेट की मंजूरी:-

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ने 25 फरवरी 2021 को मुख्यमंत्री घास्यारी कल्याण योजना (Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana) को मंजूरी दी है | कैबिनेट बैठक में लिए गए 7 अहम फैसलों में से एक उत्तराखंड में पूर्व सीएम घास्यारी कल्याण योजना को मिली मंजूरी | अब अमित शाह और मौजूदा सीएम पुष्कर सिंह धामी चुनावी राज्य में 1 नवंबर 2021 को घसियारी कल्याण योजना का शुभारंभ करने जा रहे हैं |

उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना का कार्यान्वयन:-

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट ने पहले वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तराखंड मुख्यमंत्री घासारी कल्याण योजना (MGKY) के लिए 16.78 करोड़ रुपये की राशि को मंजूरी दी थी | राज्य सरकार मक्के की सहकारी खेती, साइलेज और टीएमआर के उत्पादन की सुविधा के साथ-साथ लाभार्थियों को इसकी आपूर्ति की व्यवस्था पहले ही कर चुका है | उत्तराखंड सरकार मवेशियों को इस योजना के तहत 3 रुपये प्रति किलोग्राम में चारे उपलब्ध कराने का इरादा रखती है |

उत्तराखंड मुख्यमंत्री घासियारी कल्याण योजना की मुख्य विशेषताएं:-

  • योजना के तहत महिलाओं को चारपाटी के लिए जंगल नहीं जाना पड़ेगा, जिसके लिए रियायती दरों पर पशुओं का पौष्टिक भोजन दिया जाएगा |
  • उत्तराखंड के सुदूर ग्रामीण पहाड़ी क्षेत्रों के पशुपालकों को उनके घर पर पैकेज्ड साइलेज, टोटल मिक्स्ड राशन टीएमआर दिया जाएगा |
  • इसका उद्देश्य रियायती दरों पर साइलेज और टीएमआर फीड ब्लॉक उपलब्ध कराकर महिलाओं को चारा काटने के कार्य से मुक्त करना है |
  • पशुओं को चारा के लिए जंगल से जंगल नहीं भटकना पड़ेगा |
  • पशुओं के स्वास्थ्य और दुग्ध उत्पादन में होगा दोहरा लाभ |
  • 2,000 से अधिक किसान परिवारों को उनकी 2000 एकड़ से अधिक भूमि पर मक्के की सामूहिक सहकारी खेती से जोड़ा जाएगा | मक्का उत्पादक किसानों को उचित मूल्य दिलाने की व्यवस्था की गई है |
  • मवेशियों को भी उनके पशुओं के लिए पौष्टिक चारा मिलेगा और पहाड़ों में महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा |

उत्तराखंड में इस संपूर्ण मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना की लागत 19 करोड़ रुपये अनुमानित है |

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here