Road Safety- अब कार की पिछली सीट पर बैठे पैसेंजर को भी सीट बेल्ट लगाना जरूरी होगा। ऐसा नहीं किया तो फाइन भरना होगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को एक इंटरव्यू के दौरान इसका ऐलान किया। गडकरी ने बताया कि जिस तरह कार में आगे बैठे पैसेंजर के सीट बेल्ट नहीं लगाने पर अलार्म बजता है, ऐसा ही सिस्टम अब पिछली सीट पर बैठे पैसेंजर के लिए भी होगा। इसके लिए कार कंपनियों को निर्देश दिया जाएगा।
रविवार को टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया था। बताया जा रहा है कि वो मर्सिडीज की पिछली सीट पर बैठे थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाया था। गडकरी के इस ऐलान को मिस्त्री के निधन से जोड़कर देखा जा रहा है।
नियम तोड़ने पर फाइन लगेगा:
गडकरी ने कहा कि पहले से ही पिछली सीट पर सीट बेल्ट पहनना अनिवार्य है, लेकिन लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं,किन अब फाइन लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जुर्माना लेना मकसद नहीं है, बल्कि जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि 2024 तक सड़क हादसों में 50 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य है।
8 पैसेंजर्स के साथ 6 एयरबैग लगाना अनिवार्य:
गडकरी ने बताया कि नियमों के अनुसार, भारत में फ्रंट पैसेंजर और ड्राइवर के लिए एयरबैग अनिवार्य हैं। जनवरी 2022 तक, सरकार ने प्रत्येक यात्री कार में 8 पैसेंजर्स के साथ 6 एयरबैग लगाना कंपनियों के लिए अनिवार्य कर दिया है।
एयर बैग को लेकर कही ये बात
कार की पिछली सीट पर एयर बैग लगाने से क्या कारों की लागत बढ़ जाएगी, इस सवाल पर गडकरी ने बताया कि लोगों का जीवन बचाना ज्यादा जरूरी है। उन्होंने बताया कि एक एयरबैग की लागत 1 हजार रुपए है। ऐसे में 6 के लिए छह हजार रुपए लगेंगे। प्रोडक्शन और डिमांड के बढ़ने के साथ धीरे-धीरे इसकी लागत और कम होती जाएगी।
सीट बेल्ट को लेकर हमारी ख़राब आदते :
- भारत में 5% कार चालक सीट बेल्ट नहीं लगाते, यूरोप में ऐसे लोग 2% और अमेरिका में 15% हैं |
- 77% स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन यानि SUV चालक सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं |
- 62% को नहीं पता रियर सीट बेल्ट जरुरी है |
सीट बेल्ट लगाने के फायदे :
- लोकल सर्कल्स के ताजा सुर्वे के मुताबिक 10 में से 7 भारतीय कार में पीछे बैठते वक़्त सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं |
- WHO की स्टडी कहती है कि रियर सीट बेल्ट लगाने से मौत की आशंका 25% तक काम हो सकती है |
- फ्रंट सीट पर बैठे पैसंजर के सीट बेल्ट लगाने से चोट लगने या मौत की आशंका काम हो जाती हैं |
- एयरबैग इम्पैक्ट को कुशन करते है जबकि बेल्ट मूवमेंट को रोकता है बिना बेल्ट के एयरबैग्स बेकार है|
- सीट बेल्ट न हो तो एयरबैग्स से गहरी चोट लग सकती है इससे मौत का खतरा रहता है |
- सीट बेल्ट्सबेल्ट्स ने उन पुरानी करो में भी जिंदगिया बचाई हैं जिनमे एयरबैग्स नहीं थे |