कोरोना से बचाव- क्या सिर्फ मास्क्स काफी है?
कोरोना से बचाव- पूरी दुनिया में कोरोना का कहर चालू है, और इस बीच बहौत साड़ी चीज़ें हैं जिन्हे हमे करने से बचना चाइये और जिन्हे हमे करना चाइये, जिससे की हम आपने आप को और आपने घर वालों को इस महामारी की बीमारी कोरोना वायरस COVID-19 से बचा सकें। जबसे भारत में कोरोना का कहर चालू हुआ है, सोशल मीडिया में बहौत सारी एसे जानकारियाँ फैलाई जा रही है, जो की कोरोना वायरस को लेकर बहौत गलत हैं।
बहौत सारे लोग सोशल मीडिया की मदद से बहौत गलत बाते सभी जगह फैला रहें हैं, एसे ही आप कहाँ है? आप अपने आपको कहाँ देखते हैं? क्या आप भी कोरोना से बचें रहने के लिए कुछ कर रहें हैं या नहीं?
जैसे ही कोरोनावायरस के मामले बढ़ रहे हैं, पूरे देश में मास्क की मांग बढ़ गई है। लोग उन्हें सुरक्षा के लिए खरीद रहे हैं, लेकिन यह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है, क्योंकि कोरोनोवायरस अभी भी आपकी आंखों के माध्यम से आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है। एसे में क्या किआ जाए?
सिर्फ फेस मास्क नहीं करते हैं कोरोना से बचाव
फेस मास्क पहनना निश्चित रूप से फुल गारंटी नहीं है कि आप बीमार नहीं होंगे – वायरस आंखों और छोटे वायरल कणों के माध्यम से भी प्रसारित हो सकते हैं, जिन्हें एरोसोल के रूप में जाना जाता है, ये वायरस मास्क में प्रवेश कर सकते हैं। जी हाँ आपके शरीर में ये वायरस आपकी आखों से भी जा सकते हैं, एसे में सिर्फ मास्क से आप अपने आप को कोरोना वायरस से नहीं बचा सकते हैं।
यदि आप संक्रमित किसी व्यक्ति के निकट संपर्क में होने की संभावना रखते हैं, तो एक मुखौटा रोग के पारित होने की संभावना को कम कर देता है। यदि आप कोरोनोवायरस के लक्षण दिखा रहे हैं, या निदान किया गया है, तो मास्क पहनना भी दूसरों की रक्षा कर सकता है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनिज़शन (WHO) के अनुसार सिर्फ मास्क लगाने से काम नहीं चलेगा, और उनके अनुसार सिर्फ संक्रमित लोगों को ही मास्क लगाना चाइये न की सभी को, इससे आपको ही घटा हो सकता है। आइये आपको कुछ फैक्ट्स बताते हैं की कोरोना के लिए एक फेस मास्क कितना बचाव धारक है।
आइए आपको बताते है मास्क से जुडी जरुरी बातें-
- अगर आप किसी कोरोना वायरस पीड़ित व्यक्ति के साथ हैं या उनकी देखभाल कर रहें है तब आपको मास्क पहनना चाइये।
- याद रखें, छोटे वायरल कण, जिन्हें एरोसोल के रूप में जाना जाता है, वो आपके मास्क में प्रवेश कर सकते हैं।
- लेकिन मास्क खांसी या छींक से बूंदों को पकड़ सकते हैं।
- अध्ययनों से पता चला है कि मास्क एक सुरक्षात्मक बाधा है। आप शहर के आसपास टहलने के लिए बाहर हैं, लेकिन वे बहुत कम फर्क पड़ता है।
- खांसने या छींकने पर ही मास्क पहनें।
- मास्क तभी प्रभावी होते हैं जब उन्हें लगातार हाथ धोने के साथ संयोजन में उपयोग किया जाता है।
- किसी भी सुरक्षा मास्क को हटा दें जैसे ही उससे आपको नम महसूस करने लगे।
- यदि आप एक मास्क पहनते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि इसका उपयोग कैसे करना है और इसे ठीक से निपटाना (डिस्पोज़) करना है।
दूसरे शब्दों में, एक मुखौटा पूर्ण-सबूत नहीं है। बेशक, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें पहनना नहीं चाहिए। जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतने की जरूरत है। इसलिए रोगियों की देखभाल करने वाले स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल कार्यकर्ताओं के लिए मास्क महत्वपूर्ण हैं और परिवार के सदस्यों के लिए भी सिफारिश की जाती है जो किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल करने की आवश्यकता है जो बीमार हैं.
सरकार से बताया की कब और कैसे आपको एक मास्क पहनना चाहिए!
आपको मास्क कब पहनना चाहिए?
- अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण हैं।
- आप एक COVID -19 संक्रमित या संदिग्ध व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं।
- आप एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं जो सांस की समस्याओं वाले रोगियों में भाग ले रहे हैं।
अन्य एहतियाती उपायों के बीच, सरकार ने लोगों को बार-बार हाथ धोने और सामाजिक संपर्क से बचने की सलाह भी दी है। और हमारी भी आपसे अपील है की जब तक लॉकडाउन ख़तम नहीं होजाता तब तक आप बेकार में अपने घर के बहार न निकलें, जब आपको बहौत ज्यादा जरुरत हो तभी निकलें।
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