Ayodhya Ram Mandir Image
अद्भुत,अकल्पनीय,अविश्वश्नी,भव्य होगा आयोध्या का राम मंदिर, 5 अगस्त का दिन हिन्दुओं और भारतवासियों के लिए गर्व का क्षण होगा और 5 अगस्त का दिन इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो जायेगा यह वह दिन होगा जब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे और तभी से भव्य राम मंदिर का निर्माण की शुरुआत हो जाएगी।
Also Read:-
- जानिए क्या है अयोध्या के राम मंदिर का अबतक का पूरा इतिहास
- Jai Shree Ram Status Whatsapp, With Images in Hindi
भूमि पूजन कार्यक्रम से ठीक पहले श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने आयोध्या में बनने वाले प्रस्तावित मॉडल तस्वीरें जारी करते हुए लिखा है “श्री राम जन्मभूमि मन्दिर विश्व में भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण होगा।” यह भी कहा जा रहा है राम जन्मभूमि मन्दिर विश्व में भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण होगा जो हजारों सालों तक अपनी भव्यता का अहसास कराएगा। अब देखना यह होगा की कब तक भव्य राम मंदिर बनकर तैयार होता है और आम नागरिकों के लिए कब तक में खोला जायेगा
राम मंदिर का निर्माण 5 अगस्त से:- Ayodhya Ram Mandir Image
आखिरकार तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 40 दिनों की मैराथन सुनवाई के बाद 16 अक्टूबर, 2019 को दशकों पुराने इस कानूनी विवाद पर फैसला सुरक्षित रख लिया। अंत में 9 नवंबर, 2019 का वह ऐतिहासिक दिन आया जब सुप्रीम कोर्ट ने सदियों पुराने इस विवाद को हमेशा-हमेशा के लिए निपटारा कर दिया। सर्वोच्च अदालत ने संपूर्ण विवादित परिसर पर भगवान रामलला का मालिकाना हक दे दिया और उनके भव्य मंदिर निर्माण के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को तीन महीने के भीतर एक ट्रस्ट बनाने की जिम्मेदारी सौंप दी। अदालत ने सरकार को मुस्लिम पक्ष को भी मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या में किसी महत्वपूर्ण स्थान पर 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया। अदालत के इसी आदेश के बाद श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 5 अगस्त, 2020 को वहां भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन और आधारशिला का कार्यक्रम तय किया गया है।
तो चलिए देखते हैं जन्मभूमि मन्दिर के प्रस्तावित मॉडल के कुछ चित्र।- Ayodhya Ram Mandir Image
राम मंदिर का नक्शा तैयार किया है चीफ आर्किटेक्ट सोमपुरा के बेटे निखिल सोमपुरा ने बताया कि मंदिर के पास 70 एकड़ जमीन है लेकिन, मंदिर 3 एकड़ में तैयार किया जायेगा। बाकी की जमीन पर मंदिर परिसर का विस्तार किया जाएगा।
![Ayodhya Ram Mandir Image](https://i0.wp.com/enterhindi.com/wp-content/uploads/2020/08/ram-1.jpg?resize=696%2C617)
मंदिर का निर्माण इस तरीके से किये जा रहा है की वह लगभग 1 हजार साल तक अपनी भव्यता का अहसास कराये इसलिए जरुरी है की उचित जगह का चुनाव किया जाये जिससे वह मंदिर का भर सह सके इसके लिए जमीन के नीचे 200 फ़ीट तक का मृदा परीक्षण कराया जा रहा है उसी के हिसाब से जगह का चुनाव किया जायेगा
![Ayodhya Ram Mandir Image](https://i0.wp.com/enterhindi.com/wp-content/uploads/2020/08/raam-2.jpg?resize=696%2C487)
राम मंदिर की प्रस्तावित ऊंचाई 161 फ़ीट होगी मंदिर बनाने के पहले लगभग 10 से 12 फ़ीट ऊँचा प्लेटफॉर्म बनाया जायेगा। आयोध्या के हर एक कोने से भव्य राम मंदिर का नजारा लिया जा सकेगा।
![Ayodhya Ram Mandir Image](https://i0.wp.com/enterhindi.com/wp-content/uploads/2020/08/ram-3.jpg?resize=696%2C492)
ड्रोन व्यू से कुछ प्रकार दिखेगा भव्य राम मंदिर
![Ayodhya Ram Mandir Image](https://i0.wp.com/enterhindi.com/wp-content/uploads/2020/08/ram-4.jpg?resize=696%2C493)
ऐसा कहा जा रहा है की मंदिर में सिंहद्वार, रंग मंडप, नृत्य मंडल, पूजा कक्ष और गर्भगृह के ऊपर पांचों गुंबद बनेंगे।
![](https://i0.wp.com/enterhindi.com/wp-content/uploads/2020/08/raam-5.jpg?resize=696%2C485)
गुम्बद की नक्कासी कुछ इस प्रकार की होगी
![](https://i0.wp.com/enterhindi.com/wp-content/uploads/2020/08/raam-6.jpg?resize=682%2C483)
राम मंदिर निर्माण में सीमेंट रेट ईंट का उपयोग न करके इसका निराम केवल तरासे गए पत्थरों से किया जायेगा यह नागर शैली में बना अष्टकोणीय मंदिर होगा। इसमें भगवान राम की मूर्ति और राम दरबार होगा। मुख्य मंदिर के आगे-पीछे सीता, लक्ष्मण, भरत और भगवान गणेश के मंदिर होंगे।
![](https://i0.wp.com/enterhindi.com/wp-content/uploads/2020/08/raam-7.jpg?resize=696%2C484)
बाकी 67 एकड़ में श्री राम से जुडी छोटी छोटी मैंडरेन होगी और पूरे क्षेत्र को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जायेगा जिसमें विभिन्न प्रकार के औषधीय वृक्ष, फल, फूल होंगे जिससे मंदिर का नजारा देखने लायक होगा
![](https://i0.wp.com/enterhindi.com/wp-content/uploads/2020/08/raam-8.jpg?resize=666%2C661)
रामार्चन पूजा सभी प्रमुख देवी और देवताओं को भगवान राम के पधारने से पहले न्योता देने के लिए की जाने वाली पूजा है. इस पूजा को कई चरणों में किया जा रहा है. पहले चरण में राम के अलावा अन्य देवी-देवताओं की पूजा की जा रही है. दूसरे चरण में अयोध्या की पूजा होगी. इसके अलावा नल-नील, सुग्रीव की पूजा होगी. तीसरे चरण में दशरथ, उनकी रानियों, राम के सभी भाइयों और उनकी पत्नी की पूजा की जाएगी और अंत में भगवान राम का आह्वान किया जाएगा.
देश में नागर शैली के प्रमुख मंदिर
कंदरिया महादेव मंदिर, खजुराहो (मध्य प्रदेश)
लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर (उड़ीसा)
जगन्नाथ मंदिर, पुरी (उड़ीसा)
कोणार्क का सूर्य मंदिर, कोणार्क (उड़ीसा)
मुक्तेश्वर मंदिर, (उड़ीसा)
खजुराहो के मंदिर, मध्यप्रदेश
दिलवाड़ा के मंदिर, अबू पर्वत राजस्थान
सोमनाथ मंदिर, सोमनाथ (गुजरात)
Also Read:- जानिए क्या है अयोध्या के राम मंदिर का अबतक का पूरा इतिहास