Pravasi Bharatiya Divas 2021:
जो लोग अन्यंत्र कारणों से अपना देश छोड़कर दुनिया के अन्य देशों में जाकर बसे हैं, उन्हें ‘प्रवासी भारतीय’ (Bharatiya Pravasi Divas) कहा जाता है | प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 110 देशों में लगभग ढाई करोड़ अप्रवासी भारतीय जीवन यापन कर रहे हैं |
इनमें से 11 देशों में 5 लाख से ज्यादा प्रवासी भारतीय वहां की औसत जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं और वहां की आर्थिक व राजनीतिक दशा एवं दिशा को तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं | चूंकि इन प्रवासी भारतीयों की आर्थिक, शैक्षणिक एवं व्यावसायिक दक्षता काफी मजबूत होती है, इसलिए भारत की आर्थिक पृष्ठभूमि के लिए उनका विशेष महत्व होता है |
प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bhartiya Divas) हर साल 9 जनवरी को मनाया जाता है | प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार साल 2003 में मनाया गया था | जिसके बाद से यह हर साल मनाया जाने लगा | यह दिवस देश में कई जगहों पर मनाया जाता है | पिछले साल 2019 में प्रवासी भारतीय दिवस वाराणसी में मनाया गया था |
वहीं, साल 2018 में यह दिवस सिंगापुर में मनाया गया था | प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर हर साल भारत सरकार अमूमन तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन करती है | इस सम्मेलन में विदेश में रह रहे उन भारतीयों को आमंत्रित कर सम्मानित किया जाता है जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल कर भारत का नाम विश्व पटल पर गौरवान्वित किया हो |
इस तरह उन्हें दोहरी जिम्मेदारियों को वहन करना होता है | प्रवासी भारतीयों को अपनी सांस्कृतिक एवं भाषाई विरासत को बनाए रखने के कारण ही साझा पहचान मिली है | यही बात उन्हें अपने देश से हमेशा जोड़े रखता है | इस रिश्ते को प्रगाढ़ बनाये रखने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष 09 जनवरी को ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ मनाया जाता है |
प्रवासी भारतीय दिवस का उद्देश्य:-
- अप्रवासी भारतीयों की भारत के प्रति सोच, भावना की अभिव्यक्ति, देशवासियों के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना |
- विश्व के सभी देशों में अप्रवासी भारतीयों का नेटवर्क बनाना |
- युवा पीढ़ी को अप्रवासियों से जोड़ना |
- विदेशों में रह रहे भारतीय श्रमजीवियों की कठिनाइयां जानना और उन्हें दूर करने की कोशिश करना |
- भारत के प्रति अनिवासियों को आकर्षित करना |
- निवेश के अवसर को बढ़ाना |
क्यों मनाते हैं प्रवासी दिवस:-
इस दिवस विशेष का मुख्य उद्देश्य भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान को पहचान दिलाना है और अपने देश के प्रति उनकी सोच एवं भावनाओं की अभिव्यक्ति के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना है | भारतवासियों को अप्रवासी भाई-बंधुओं की उपलब्धियों के बारे में बताना तथा प्रवासियों को देशवासियों की अपेक्षाओं से अवगत कराना है |
विश्व के करीब 110 देशों में अप्रवासी भारतीयों का एक नेटवर्क बनाना भी एक विशेष मकसद होता है | इसके साथ ही भारत का दूसरे देशों से मधुर संबंध में अप्रवासियों की भूमिका के बारे में स्थानीय भारतीयों को बताना एवं भारत की युवा पीढ़ी को अप्रवासी भाई-बंधुओं से जोड़ना है | इस दिवस विशेष का एक विशेष मकसद यह भी है कि प्रवासी भारतीयों को परदेश में किस तरह की कठिनाइयों का सामना करना होता है, के बारे में विचार-विमर्श करना है |
9 जनवरी को क्यों मनाया जाता है प्रवासी भारतीय दिवस:-
महात्मा गांधी 9 जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश वापस लौटे थे | महात्मा गांधी को सबसे बड़ा प्रवासी माना जाता है जिन्होंने न सिर्फ भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया बल्कि भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया | यही कारण है कि हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है | प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की संकल्पना स्वर्गीय लक्ष्मीमल सिंघवी की थी |
और अधिक जानकारी के लिए आधारिक वेबसाइट – https://pbdindia.gov.in/en पर जा सकते हैं।
आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण है। जानकारी साझा करने की लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद । education loan की सभी जानकारी यहां देखें