Kalicharan Maharaj: महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कौन हैं कालीचरण महाराज?

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Kalicharan Maharaj
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Kalicharan Maharaj:-

देश के कई राज्यों के विभिन्न शहरों में अभी ‘धर्म संसद’ (Dharm Sansad) का आयोजन किया जा रहा है | इनमें से कुछ धर्म संसद तब सुर्ख़ियों में आए जब वहां विवादित बोल बोले गए |

लेकिन, उनमें सबसे अधिक चर्चा में रहा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का धर्म संसद (Raipur Dharm Sansad), जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के लिए अपशब्द बोले गए | बापू को जिस शख्स ने गालियां दीं, उनका नाम है, कालीचरण महाराज | कालीचरण महाराज के विवादित बोल की वजह से उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है |

कालीचरण का असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है जो मूलरूप से महाराष्ट्र के अकोला के शिवाजीनगर के रहने वाले बताए जाते हैं | इनके पिताजी धनंजय सराग की अकोला के जयन चौक में मेडिकल शॉप है | इनका बचपन आर्थिक तंगी में गुजरा है। इसी कारण इनको इंदौर अपने मौसी के घर पर रहना पड़ा था | ऐसा बताया जाता है कि भय्यू महाराज के खामगांव स्थित आश्रम की व्यवस्थाओं को भी यही संभालते थे | कालीचरण महाराज स्थानीय युवाओं में खासे लोकप्रिय माने जाते हैं |

कालीचरण महाराज की पढ़ाई

कालीचरण महाराज की पढ़ाई महज आठवीं कक्षा तक हो पाई | उसके बाद वह पढ़ नहीं पाए | कालीचरण बचपन से ही नटखट और शरारती थे | उनकी दिनोंदिन बढ़ती बदमाशियों से तंग आकर उनके अभिभावक ने उन्हें उनकी मौसी के घर इंदौर भेज दिया था | यहीं बालक कालीचरण ने हिंदी बोलना सीखी | इससे पहले वो स्थानीय भाषा मराठी ही बोलते थे | इसके बाद कालीचरण, भय्यूजी महाराज के संपर्क में आए। वो उनके आश्रम में जाने-आने लगे |

धीरे-धीरे समय बीतता गया और कालीचरण महाराज का रुझान राजनीति में बढ़ने लगा | उसके बाद उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमा की सोची | साल 2017 में अकोला नगर निकाय चुनाव में उन्होंने भी अपनी किस्मत आजमाई थी, मगर हार गए | इसके बाद साल 2019 के विधानसभा चुनाव में अकोला (पश्चिम ) विधानसभा सीट से वो प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने की चर्चा थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं |

शिव तांडव स्त्रोत आए थे सुर्ख़ियों में:-

इन सबसे पहले कालीचरण महाराज शिव तांडव स्त्रोत (Shiva Tandava Stotra) का पाठ कर सुर्ख़ियों में आए थे | उन्होंने बीते साल जुलाई के महीने में मध्य प्रदेश के रायसेन के शिव मंदिर में शिव तांडव स्त्रोत (Shiva Tandava Stotra) गाया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था | यहां तक कि दिग्गज एक्टर अनुपम खेर ने भी उस वीडियो को शेयर किया था |

खुद को मानते है मां काली के पुत्र:-

कालीचरण महाराज को जानने वाले बताते हैं कि वो खुद को ‘काली पुत्र’ बताते हैं | इसके पीछे एक कहानी है | दरअसल कालीचरण महाराज बचपन में एक हादसे का शिकार हो गए थे | इस दौरान उनका पैर 90 डिग्री तक घूम गया था | कालीचरण महाराज, दावा करते हैं कि उन्हें मां काली स्वयं दर्शन दिया था |

जिसके बाद उनका पैर ठीक हो गया था | उसके बाद जब उन्हें डॉक्टर के पास ले जाया गया था | तब डॉक्टर ने हेयर लाइन इंजरी बताई थी | वो कहते हैं उनके सकुशल होने के पीछे मां काली की ही कृपा थी | कालीचरण महाराज आगे बताते हैं कि तब वो घर के लोगों को भी इस बारे में बताते थे | लेकिन कोई यकीन नहीं करता था | इसके बाद वो जोर देते हुए कहते हैं, मैं ‘काली पुत्र हूं’ और मां आज भी मुझे दर्शन देती हैं |

क्या कहा था गांधी जी पर:-

इसके बाद लौटते हैं छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुए दो दिवसीय धर्म संसद पर | यहां कालीचरण महाराज ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में अपशब्द कहे | उन्होंने कहा था, कि इस्लाम का मकसद राजनीति के जरिए राष्ट्र पर कब्जा करना है | वर्ष 1947 में हमने अपनी आंखों से देखा है कि कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश पर कब्जा किया गया था | महात्मा गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया | कालीचरण महाराज ने मंच से नाथूराम गोडसे की प्रशंसा भी की | कहा, गांधी जी की हत्या के लिए उन्हें मार दिया गया |

26 दिसंबर की रात कांग्रेस पार्टी की तरफ से कालीचरण महाराज के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी | उनके खिलाफ टिकरापारा थाने में धारा 294 और 505 (2) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है |

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