Guru Nanak Dev Quotes गुरु नानक जयंती:-
सिख समुदाय में सबसे महत्वपूर्ण और व्यापक रूप से मनाया जाने वाला त्यौहार गुरु नानक जयंती का त्यौहार है | गुरु नानक देव जी की जयंती मनाने के लिए भक्त उत्सव मनाते हैं | गुरु नानक जी सिख धर्म के संस्थापक थे और 10 सिख गुरुओं में से पहले थे |
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गुरु नानक जयंती का त्योहार कार्तिक माह में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है | वर्ष 2019 गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती को चिह्नित करेगा और 12 नवम्बर 2019, मंगलवार को मनाया जाएगा | यह त्योहार न केवल भारत में मनाया जाता है, बल्कि ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका सहित अन्य देशों में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है |
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गुरु नानक देव के अनमोल वचन (Guru Nanak Jayanti Quotes ) :-
गुरु नानक एक धार्मिक गुरु (शिक्षक), एक आध्यात्मिक उपचारक थे | उनका मानना था की यह संसार ईश्वर द्वारा बनाया गया है और हम सब ईश्वर के ही सन्तान है और ईश्वर का निवास हर किसी के नजदीक ही है जो हमे गलत सही का बोध कराते है,आइये जानते हैं कुछ खास, Guru Nanak Dev Quotes |
“भगवान पर वही विश्वास कर सकता है जिसे खुद पर विश्वास हो “
“ये दुनिया एक नाटक है जिसे सपनो में प्रस्तुत करना होता है “
” हमेसा दुसरे के मदद के लिए आगे रहो “

“ईश्वर सर्वत्र विद्यमान है ,हम सबका “पिता” वही है इसलिए सबके साथ प्रेम पूर्वक रहना चाहिए “
“माया (धन) को जेब में ही स्थान देना चाहिए, अपने हृदय में नहीं “
“शांति से अपने ही घर में खुद का विचार करे तब आपको मृत्यु का दूत छु भी नही पायेगा “
“सिर्फ और सिर्फ वहि वाणी बोले जो शब्द आपको सम्मानित करते है “
“वे लोग जिनके पास प्यार है, वे उन लोगो में से है जिन्होंने भगवान को ढूंढ लिया “
“तुम्हारी दया ही मेरा सामाजिक दर्जा है “

“आप चाहे किसी भी प्रकार के बीज बोये, लेकिन उसे उचित मौसम में ही तैयार करे, यदि आप ध्यान से इन्हें देखोंगे तो पाएंगे की बीज के गुण ही उन्हें ऊपर लाते है “
“योगी को किस बात का डर होना चाहिए? पेड़, पौधे सभी उसी के अंदर और बाहर होते है “
“सब धर्मो और जातियों के लोग एक है “
“सदैव परोपकार करो “
“उसकी चमक से सबकुछ प्रकाशमान है”
“धन-समृद्धि से युक्त बड़े बड़े राज्यों के राजा-महाराजों की तुलना भी उस चींटी से नहीं की जा सकती है जिसमे में ईश्वर का प्रेम भरा हो “
“तेरी हजारों आँखें हैं और फिर भी एक आंख भी नहीं ; तेरे हज़ारों रूप हैं फिर भी एक रूप भी नहीं “
“ना मैं एक बच्चा हूँ , ना एक नवयुवक, ना ही मैं पौराणिक हूँ, ना ही किसी जाति का हूँ “

“कोई उसे तर्क द्वारा नहीं समझ सकता, भले वो युगों तक तर्क करता रहे “
“भगवान एक है, लेकिन उसके कई रूप हैं. वो सभी का निर्माणकर्ता है और वो खुद मनुष्य का रूप लेता है “
“बंधुओं ! हम मौत को बुरा नहीं कहते, यदि हम जानते कि वास्तव में मरा कैसे जाता है “
“ये पूरी दुनिया कठनाइयो में है. वह जिसे खुद पर भरोसा है वही विजेता कहलाता है “
“प्रभु के लिए खुशियों के गीत गाओ, प्रभु के नाम की सेवा करो, और उसके सेवकों के सेवक बन जाओ “

“अहंकार मनुष्य को मनुष्य नहीं रहने देता अतः अहंकार कभी नहीं करना चाहिए. विनम्र हो सेवाभाव से जीवन गुजारना चाहिए “
“मेरा जन्म नहीं हुआ है; भला मेरा जन्म या मृत्यु कैसे हो सकती है “
“चिंता-मुक्त रहकर अपने कर्म करने चाहिए “
“दुनिया में किसी भी व्यक्ति को भ्रम में नहीं रहना चाहिए. बिना गुरु के कोई भी दुसरे किनारे तक नहीं जा सकता है “