द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय, Draupadi Murmu Biography in Hindi, About Draupadi Murmu in Hindi, द्रौपदी मुर्मू कौन है Draupadi Murmu [date of birth, birth place, age, cast, family, boyfriend, husband, politics position, height, religion, profession, career, politics career, education, politician party, elections, awards, controversy]
जितना की आप द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय जाने के लिए उत्शुक हैं। उतना ही हम आपको द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के जीवन परिचय के बारे में बताने के लिए उत्सुक हैं।
देश के अगले राष्ट्रपति पद के लिए NDA ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लगा दी है। मंगलवार शाम को भाजपा संसदीय बोर्ड की मीटिंग के बाद उनके नाम पर सहमति बनी।
इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। मुर्मू अपना नामांकन 25 जून को दाखिल कर सकती हैं।
आइये आपको द्रौपदी मुर्मू के बारे में बताते हैं की द्रौपदी मुर्मू कौन है, उनका क्या कार्यकाल था और भी कई बाते उनके जीवन के बारे में।
द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय (Draupadi Murmu Biography)
नाम: | द्रौपदी मुर्मू |
जन्म: | 20 जून 1958 |
जन्म स्थान: | मयूरभंज, ओडिशा |
आयु: | 64 |
पती: | श्याम चरण मुर्मू |
व्यवसाय: | राजनीतिज्ञ |
पद | राष्ट्रपति उमीदवार |
राजनीतिक पार्टी: | भारतीय जनता पार्टी |
लंबाई: | 5 फुट 2 इंच |
धर्म: | हिंदू |
जाति: | आदिवासी |
राष्ट्रीयता: | भारतीय |
वैवाहिक स्थिति: | विवाहित |
द्रौपदी मुर्मू का प्रारंभिक जीवन
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में बिरंची नारायण टुडु के घर हुआ था। वह संताल समुदाय से हैं। टुडू और उसके दादा दोनों पंचायती राज व्यवस्था के तहत ग्राम प्रधान थे।
द्रौपदी मुर्मू का विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था। दंपति के दो बेटे थे, दोनों की मौत हो चुकी थी और एक बेटी थी।
मुर्मू 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद के रूप में चुने गए थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त, 2002 से मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं।
16 मई 2004 तक वह ओडिशा की पूर्व मंत्री और वर्ष 2000 और 2004 में रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उन्हें 2007 में ओडिशा विधान सभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
रामादेवी महिला कॉलेज भुवनेश्वर से स्नातक किया 1979 से 1983 तक सिंचाई और बिजली विभाग, ओडिशा सरकार में जूनियर असिस्टेंट के रूप में कार्य किया।
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बननेवाली द्रौपदी मुर्मू का झारखंड में छह साल एक माह अठारह दिनों का कार्यकाल रहा। वे इस दाैरान विवादों से बेहद दूर रहीं।
द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा।
द्रौपदी मुर्मू राजनीति में आने से पहले शिक्षक रहीं। उन्होंने श्री अरविंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च, रायरंगपुर में मानद सहायक शिक्षक के तौर पर सेवा दी।
वे कुछ दिनों तक सिंचाई विभाग में कनिष्ठ सहायक के रूप में भी काम कर चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू ने साल 2002 से 2009 तक ओडिशा के मयूरभंज के भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है।
द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के राजरंगपुर जिले में पहली बार पार्षद चुनी गईं। इसके बाद बीजेपी की ओडिशा ईकाई की अनुसूचित जनजाति मोर्चा की उपाध्यक्ष बनीं।
द्रौपदी मुर्मू का कार्यकाल
- 1994 से 1997 तक श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर, रायरंगपुर में शिक्षक रही।
- 2000 से 2004 तक ओडिशा सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में ट्रांसपोर्ट एवं वाणिज्य विभाग संभाला।
- 2002 से 2004 तक ओडिशा सरकार के राज्यमंत्री के रूप में पशुपालन और मत्स्य पालन विभाग को संभाला।
- 2002 से 2009 तक भाजपा के एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रही।
- 2006 से 2009 तक भाजपा के एसटी मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रही।
- 2007 में ओडिशा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए ‘नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 2013 से अप्रैल 2015 तक एसटी मोर्चा, भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रही।
- 2015 से 2021 तक झारखंड की माननीय राज्यपाल रही।
द्रौपदी मुर्मू के रोचक तथ्य
- उनका राजनीतिक जीवन व्यक्तिगत त्रासदियों से घिरा रहा है। उन्होंने अपने पति श्याम चरण मुर्मू और दो बेटों को खो दिया है।
- ओडिशा के मयूरभंज जिले के रहने वाले और एक आदिवासी समुदाय से आने वाले मुर्मू ने एक शिक्षक के रूप में शुरुआत की और फिर ओडिशा की राजनीति में प्रवेश किया।
- वह मयूरभंज (2000 और 2009) के रायरंगपुर से भाजपा के टिकट पर दो बार विधायक बनीं।
- जब नवीन पटनायक के उदय के साथ भाजपा अपनी चमक खो रही थी, तो वह अपना निर्वाचन क्षेत्र संभाल सकती थी।
- प्रमुखता में आने से पहले, अपनी मामूली शुरुआत में, उन्हें 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद के रूप में चुना गया था।
- भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में सेवा करने के बाद, वह 2000 में रायरंगपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में चुनी गईं।
- ओडिशा में बीजेडी और भाजपा गठबंधन सरकार, उन्होंने 2000 और 2004 के बीच वाणिज्य और परिवहन और बाद में मत्स्य पालन और पशु संसाधन विभाग में मंत्री के रूप में कार्य किया।
- 2015 में द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में शपथ ली।
FAQ
द्रौपदी मुर्मू कौन है?
द्रौपदी मुर्म राजनीतिज्ञ (Politician) है, जोकि झारखण्ड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं, और वे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार भी हैं।
द्रौपदी मुर्मू का जन्म कब हुआ?
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में बिरंची नारायण टुडु के घर हुआ था।
द्रौपदी मुर्मू कौन कौन से पद पर रह चुकी हैं?
द्रौपदी मुर्मू पार्षद, विधायक, राज्यपाल के पद पर रह चुकी हैं, और अब वे NDA की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं।
तो दोस्तों इस तरह से आपने आज द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय (Draupadi Murmu Biography in Hindi) में जानी। हम द्रौपदी मुर्मू के बारे में आने वाली सभी जानकारी को आगे यहाँ पर अपडेट करते रहेंगे।
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