विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer’s Day):-
विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer’s Day) हर साल 21 सितंबर को अल्जाइमर और डिमेंशिया बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है | अल्जाइमर एक दिमागी बीमारी है, जिसमें धीरे-धीरे याद्दाश्त और सोचने की शक्ति कम होती जाती है | अल्जाइमर, एक प्रगतिशील विकार, जो स्मृति को नष्ट कर देता है और कोशिकाओं को अध: पतन की ओर जाता है, जिससे यह महत्वपूर्ण मानसिक कार्यों को प्रभावित करता है |
विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer’s Day) का विषय “raising awareness and challenging stigma” तय किया गया है | वर्ष 2018 के विश्व अल्जाइमर रिपोर्ट के अनुसार, हर तीन सेकंड में दुनिया में कोई न कोई dementia से ग्रसित होता है |
अल्जाइमर क्या है:- (विश्व अल्जाइमर दिवस)
वर्ष 2017 में दुनिया भर में लगभग 50 मिलियन लोग डिमेंशिया के साथ जी रहे थे | एक अनुमान के अनुसार यह संख्या लगभग हर 20 साल में दोगुनी हो रही | ऐसा माना जा रहा है वर्ष 2050 में यह संख्या 131.5 मिलियन तक पहुंच जाएगी | विश्व स्तर पर इस बीमारी के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता बढ़ाई जा रही है | इस वजह से अल्जाइमर से पीड़ित लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए पूरी दुनिया में 21 सितंबर को ‘विश्व अल्जाइमर दिवस’ (World Alzheimer’s Day) मनाया जाता है |
अल्जाइमर एक दिमागी बीमारी है, जिसमें धीरे-धीरे याद्दाश्त और सोचने की शक्ति कम होती जाती है | अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति आसान काम भी नहीं कर पाता | ये बीमारी आमतौर पर बुजुर्गों में देखी जाती है, जिसमें वो दिन-ब-दिन चीज़ें भूलने लगते हैं | इस बीमारी में व्यक्ति चिड़चिड़ा और शक्की होने लगता है | अल्जाइमर का नाम डॉक्टर अलोइस अल्जाइमर (Alois Alzheimer) के नाम पर पड़ा |
हालांकि अल्जाइमर के सटीक कारण अभी भी अज्ञात हैं, फिर भी कुछ कारक हैं जो इस स्थिति को विकसित करते हैं | अल्जाइमर सोसाइटी, U.K. ने इनमें से कुछ कारकों को सूचीबद्ध किया है :-
- आयु:- ये बीमारी आमतौर पर बुजुर्गों में देखी जाती है | 65 वर्ष की आयु के बाद हर पांच साल में अल्जाइमर का जोखिम दोगुना हो जाता है |
- लिंग:- महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले अल्जाइमर के विकसित होने की संभावना दुगुनी है | इसके 2 मुख्य कारण रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल परिवर्तन और महिलाएं आमतौर पर लंबे समय तक जीवित रहती हैं |
- पारिवारिक इतिहास:- अल्जाइमर के अधिकांश मामले विरासत में नहीं मिलते हैं | कुछ दुर्लभ मामलों में यह आनुवंशिकता पैटर्न देखा भी जाता है, यह रोग 65 वर्ष की आयु से पहले ही शुरू हो जाता है |
- जीवनशैली और स्वास्थ्य:- जो लोग unhealthy जीवन शैली जीते हैं, उनमें अल्जाइमर विकसित होने का खतरा अधिक होता है | विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपके परिवार में किसी को अल्जाइमर है, तो भी आप एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करके अपने जोखिम को कम कर सकते हैं |
- मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा और अवसाद जैसी कुछ बीमारियाँ से ग्रसित व्यक्ति को अल्जाइमर होने का खतरा अधिक होता है |
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अल्जाइमर के लक्षण:-
- याददाश्त खोना
- योजना बनाने में दिक्कत |
- कोई भी परेशानी सुलझा में दिक्कत होना |
- व्यक्ति जो काम कर सकता हैं वह भी पूरा नहीं कर पाता |
- वक्त भूलना और जगह के भूलना
- आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होना
- सही शब्द लिखने में दिक्कत आना
- निर्णय लेने में दिक्कत होना
- चीज़े रखकर भूल जाना
- लोगों से कम मिलना और काम को आगे के लिए टालना
- बार-बार मन बदलना
- डिप्रेशन, कंफ्यूज़ रहना, थकान और मन में डर रहना |
अल्जाइमर की रोकथाम :-
इस रोग को रोकना तो संभव नहीं, लेकिन कुछ सामान्य उपाय करके रोगी की परेशानी को कम जरूर किया जा सकता है | अल्जाइमर के लक्षण दिखने पर व्यक्ति की तत्काल जांच कराएं | अल्जाइमर की पुष्टि होने पर पीड़ित को पौष्टिक भोजन देने के साथ ही एक्टिव बनाए रखें | माहौल गमगीन न होने दें और पीड़ित को अकेला न छोड़ें, उसे डिप्रेशन से बचाएं | रोगी के परिचित उसके संपर्क में रहें ताकि उनके चेहरे वो भूल ना पाए |