पूरे यूरोप में मंकीपॉक्स संक्रमण (Monkeypox Infection) की सूचना मिलने के बाद अमेरिका (US) में भी अब इस दुर्लभ और संभावित खतरनाक मंकीपॉक्स के एक मामले की पुष्टि हुई है

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भारत में अभी तक इससे संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन ब्रिटेन, इटली, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन और अमेरिका में लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं

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कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस इस बीमारी के संभावित संक्रमणों की जांच कर रहे हैं जिनमें मृत्यु दर 10 प्रतिशत हो सकती है

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मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। मंकीपॉक्स एक जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाला वायरस है, जिसमें स्मॉल पॉक्स जैसे लक्षणों होते हैं।

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मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था, यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के  वर्षावन क्षेत्रों में होता है,  कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है |

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1980 में चेचक के उन्मूलन और बाद में स्मॉल पॉक्स के टीकाकरण की समाप्ति के साथ मंकीपॉक्स (Monkeypox) सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बेहद गंभीर समस्या बनकर उभरा है

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कई जानवरों की प्रजातियों को मंकीपॉक्स वायरस के लिए जिम्मेदार माना गया है। इन जानवरों में रस्सी गिलहरी, पेड़ गिलहरी, गैम्बिया वाले चूहे, डर्मिस, गैर-मानव प्राइमेट और अन्य शामिल हैं। 

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मंकीपॉक्स वायरस के प्राकृतिक इतिहास पर अनिश्चितता बनी हुई है और इनके प्रकृति में बने रहने के कारणों की पहचान करने के लिए आगे के अध्ययन की आवश्यकता है

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मंकीपॉक्स वायरस किसी संक्रमित जानवर के काटने से, या उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ या फर को छूने से हो सकता है

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ये थी मंकीपॉक्स संक्रमण के बारे में कुछ जानकारी। और अधिक जानकारी के लिए निचे दी गयी लिंक में क्लिक करें।