MP Foundation Day मध्यप्रदेश स्थापना दिवस :-
आज प्रदेश का 66वां स्थापना दिवस है | आज ही के दिन 1 नवम्बर 1956 को यह अस्तित्व में आया | मध्य प्रदेश कभी मध्य भारत में आता था | लेकिन अब स्वयं एक राज्य के रूप में पहचाना जाने लगा है | जिसकी राजधानी भोपाल है | इस दौरान पूरे प्रदेश में हर जगह अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे |
इस दौरान राजधानी भोपाल के ऐतिहासिक लाल परेड मैदान में होने वाले राज्य स्तरीय समारोह के पहले दिन मुंबई के अमित त्रिवेदी के गानों से शाम सजेगी | साथ ही नई दिल्ली के गुलाम साबिर निजामी बन्धुओं की सूफी कव्वाली भी होगी | वहीं प्रदेशभर में अलग-अलग अंदाज में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा | साथ ही, प्रदेश की कई सरकारी और गैर सरकारी इमारतों को इस दिन के जश्न के रूप में दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है |
मध्य प्रदेश से जुड़े किस्से:-
- 1 नवम्बर 2021 दिन शुक्रवार को मध्यप्रदेश अपना 66वां स्थापना दिवस मना रहा है |
- मध्य प्रदेश 1 नवंबर, 2000 तक क्षेत्रफल के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य था |
- 1 नवंबर, 2000 को मध्यप्रदेश राज्य से 14 जिले अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य छत्तीसगढ़ की स्थापना हुई थी |
- मध्य प्रदेश की सीमाऐं पांच राज्यों की सीमाओं से मिलती है। इसके उत्तर में उत्तर प्रदेश, पूर्व में छत्तीसगढ़, दक्षिण में महाराष्ट्र, पश्चिम में गुजरात, तथा उत्तर-पश्चिम में राजस्थान है |
मध्य प्रदेश के अस्तित्व से जुड़े किस्से:-
- 15 अगस्त, 1947 के पूर्व देश में कई छोटी-बड़ी रियासतें और देशी राज्य अस्तित्व में थे |
- आजादी के बाद उन्हें स्वतंत्र भारत में सम्मिलित और एकीकृत किया गया |
- 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के बाद देश में सन् 1952 में पहले आम चुनाव हुए, जिसके कारण संसद एवं विधान मण्डल कार्यशील हुए |
- 1956 में अस्तित्व में आए इस प्रदेश को पहले मध्य भारत कहकर संबोधित किया जाता था |
- इसका पुनर्गठन भाषायी आधार पर हुआ |
- प्रशासनिक दृष्टि से इन्हें श्रेणियों में विभाजित किया गया था |
- सन् 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के फलस्वरूप 1 नवंबर, 1956 को नया राज्य मध्यप्रदेश अस्तित्व में आया |
- 1 नवंबर,1956 को मध्य प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर पं.रविशंकर शुक्ल का पहला भाषण लाल परेड ग्राउंड पर हुआ था |
- इसके घटक राज्य मध्यप्रदेश, मध्यभारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल थे, जिनकी अपनी विधान सभाएं थीं |
- डॉ. पटटाभि सीतारामैया मध्यप्रदेश के पहले राज्यपाल हुए |
- पहले मुख्यमंत्री के रूप में पं रविशंकर शुक्ल ने शपथ ली थी |
- पं कुंजी लाल दुबे को मध्यप्रदेश का पहला अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त हुआ |
- शुरुआत में राजधानी के लिए ग्वालियर और इंदौर दावा कर रहे थे पर कुछ समय बाद जबलपुर भी नए राज्य की राजधानी का दावा करने लगा |
- दूसरी ओर भोपाल के नवाब भारत के साथ संबंध ही नहीं रखना चाहते थे | वे हैदराबाद के निजाम के साथ मिलकर भारत का विरोध कर रहे थे |
- क्रेंद्र सरकार नहीं चाहती थी कि देश के हृदय स्थल में राष्ट्र विरोधी गतिविधियां बढ़ें | इसके चलते सरदार पटेल ने भोपाल पर पूरी नजर रखने के लिए उसे ही मध्यप्रदेश की राजधानी बनाने का निर्णय लिया |
- 1 नवंबर 1956 को प्रदेश के गठन के साथ ही इसकी राजधानी और विधानसभा का चयन भी कर लिया गया |
- मध्यप्रदेश की राजधानी के रूप में भोपाल को चुना गया |