छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में सबसे लम्बा कार्यकाल व्यतीत करने वाले रमन सिंह का जीवन परिचय

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रमन सिंह (Raman Singh):-

डॉ रमन सिंह भारत के सबसे नए राज्यों में से एक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हैं | 7 दिसंबर 2003 को उन्होंने पहली बार छत्तीसगढ़ राज्य की बागडोर अपने हाथ में ली और 12 दिसंबर 2008 को अपने दूसरे कार्यकाल की और 8 दिसंबर 2013 को अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली | इससे पहले उन्होंने बीजेपी सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्य किया है |

रमन सिंह एक भारतीय राजनेता हैं जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) से सम्बन्ध रखते हैं | भारतीय जनता पार्टी के सदस्य, रमन सिंह पेशे से आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं | वर्ष 2008 और 2013 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने पार्टी की जीत का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया था | बीजेपी ने वर्ष 2013 में विधानसभा की 90 सीटों में से में 50 सीटें जीतीं थीं |

रमन सिंह (Raman Singh) का प्रारंभिक जीवन:-

रमन सिंह किसान परिवार से आते हैं जिनका जन्म 15 अक्टूबर, 1952 में हुआ था | उनके पिता, स्वर्गीय विघ्नहरण सिंह ठाकुर, एक प्रसिद्ध वकील और कवर्धा के एक सामाजिक कार्यकर्ता थे | उनकी मां स्वर्गीय श्रीमती सुधा सिंह थीं | उन्होंने छूइखदान, कवर्धा और राजनंदगांव से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की |

उन्होंने 1971 से 1972 के मध्य सरकारी विज्ञान कॉलेज, बेमेतारा से विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की | डॉ रमन सिंह ने रायपुर स्थित सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज से आयुर्वेदिक चिकित्सा (BAMS) में स्नातक की उपाधि पूरी की | पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद उन्होंने कवर्धा में आयुर्वेदिक चिकित्सा (Ayurvedic Medicine) का अभ्यास किया | कई बार उन्होंने गरीबों का मुफ्त में इलाज किया | उनकी सादगी, विनम्रता और सेवा करने के लिए उनकी उत्सुकता ने उन्हें मूल निवासियों के बीच काफी लोकप्रिय बना दिया था |

उन्होंने श्रीमती वीणा सिंह से विवाह किया उनके परिवार में एक बेटी असमिता और बेटा अभिषेक शामिल हैं | उनकी बेटी असमिता एक dental surgeon है जबकि बेटा एक Mechanical Engineer cum MBA है |

राजनीति में आने से पहले रमन सिंह का जीवन:-

पेशे से रमन सिंह रायपुर स्थित सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज से आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं | पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद उन्होंने कवर्धा से आयुर्वेदिक चिकित्सा का अभ्यास किया | रमन सिंह अपने स्कूल के दिनों में भारतीय जनसंघ के सिद्धांतों और विचारधाराओं पर चलते थे | अपने मूल स्थान कवर्धा से वर्ष 1976-1977 के दौरान वह भारतीय जनसंघ युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने |

रमन सिंह का राजनीतिक सफर:-

  • वर्ष 1983-84 में वह कवर्धा के शीतला वार्ड के नगर पालिका पार्षद थे |
  • वर्ष 1990 में उन्हें मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित किया गया था |
  • वर्ष 1993 में उन्हें एक बार फिर मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य के रूप में फिर से निर्वाचित किया गया था |
  • वर्ष 1999 में रमन सिंह को 13वीं लोक सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित किया गया था |
  • वह अक्टूबर 1999 से जनवरी 2003 तक, वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री थे |
  • वर्ष 2004 में उन्हें छत्तीसगढ़ विधान सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित किया गया था |
  • वर्ष 2008 में उन्हें एक बार फिर छत्तीसगढ़ विधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया था |
  • 7 दिसंबर, 2003 को, रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली |
  • 12 दिसंबर 2008 को वह फिर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने |
  • 8 दिसंबर 2013 को तीसरी बार उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली |

मुख्यमंत्री बनने से पहले रमन सिंह की उपलब्धियां:-

  • वर्ष 1993-98 के मध्य मध्यप्रदेश के एक विधायक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, वह लोक लेखा समिति के सदस्य बने और विधायनी नामक विधान सभा पत्रिका को संपादित करने का भी काम किया |
  • रमन सिंह ने नेपाल, दुबई, इज़राइल और फिलिस्तीन जैसे विभिन्न देशों के लिए भारतीय व्यापार मेले के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया |
  • वर्ष 2003 में रमन सिंह को छत्तीसगढ़ राज्य पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था और विधानसभा चुनाव की तैयारी को आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी दी गई थी, जिसे उन्होंने अभूतपूर्व सफलता में बदल दिया था |

मुख्यमंत्री के रूप में रमन सिंह की उपलब्धियां:-

  • वर्ष 2005 में इंडिया टुडे के द्वारा उन्हें भारत के नंबर एक मुख्यमंत्री के रूप में पुरुस्कृत किया गया था |
  • वर्ष 2006-07 की अवधि के दौरान छत्तीसगढ़ अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के 20 point development program के कार्यान्वयन के संबंध में भारत में पहले स्थान पर रहा था | इसका मूल्यांकन Statistics and Programme Implementation Ministry, भारत सरकार द्वारा किया गया था
  • मानव विकास के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य के प्रयासों के लिए, संयुक्त राष्ट्र ने राज्य को अपने उच्चतम पुरस्कार के साथ सम्मानित किया था |
  • राज्य में उत्कृष्ट वित्तीय प्रबंधन देखा गया था, जिसकी प्रशंसा देश भर में की गई थी |
  • इनके शासनकाल में प्रधान मंत्री ग्रामीण सडक योजना को छत्तीसगढ़ में लागू किया गया था |
  • केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा शहरी आधुनिकीकरण के लिए किए गए उनके काम के लिए छत्तीसगढ़ को CRISIL runners-up पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया था |
  • इनके शासन काल में सड़कों, विद्युत, बुनियादी ढांचों और जल संसाधनों में भारी निवेश किया गया था | उद्योग मंत्रालय ने जनवरी 2007 में छत्तीसगढ़ को निवेश में अग्रणी राज्य घोषित कर दिया |

मुख्यमंत्री के रूप में रमन सिंह द्वारा की गई गतिविधियां:-

  • वर्ष 2004-2005 में, रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में निवेश करने के लिए विदेशी कंपनियों को आमंत्रित करते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे विभिन्न देशों का दौरा किया | जिसकी जबरदस्त प्रतिक्रिया देखी गई थी |
  • अक्टूबर 2009 में सैंडटन, जोहान्सबर्ग में आयोजित तीसरे वार्षिक दक्षिण अफ्रीका अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश सम्मेलन में रमन सिंह ने भाग लिया था |

रमन सिंह को प्रदान किए गए पुरस्कार:-

  • वर्ष 2004-2005 में, Chhattisgarhi NRI Association और Indo American Community of North America ने उन्हें उत्कृष्ट व्यक्ति के रूप में पुरस्कृत किया था |
  • उन्हें भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश, के जी जी बालकृष्णन ने 3 फरवरी, 2008 को भारत अस्मिता श्रेष्ठ जन प्रतिनिधि पुरस्कार प्रदान किया था |

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