किसान रेल योजना Route :-

किसानों को राहत देने के लिए भारतीय रेलवे ने एक नई ट्रेन की शुरुआत की है | फल और सब्जियों के मालवहन के लिए भारतीय रेल सात अगस्त से अपनी पहली ‘किसान रेल’ सेवा शुरू करने जा रही है। रेलवे ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऐसी पहली रेलगाड़ी महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच चलेगी |

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल फरवरी में पेश बजट में जल्दी खराब होने वाले फल एवं सब्जियों जैसे उत्पादों के मालवहन के लिए ‘किसान रेल’ चलाने की घोषणा की थी | इस सार्वजनिक निजी भागीदारी/Public Private Partnership (PPP) योजना के तहत शीत भंडारण (Cold Storage) के साथ किसान उपज के परिवहन की व्यवस्था होगी |

रेल मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, ‘इस साल के बजट में जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों के लिए बेहतर आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने के वास्ते ‘किसान रेल’ चलाने की घोषणा की गई है | किसान रेल अथवा किसान रेल योजना (Kisan Rail Yojana) भारत सरकार की एक नई पहल है जिसके तहत भारतीय रेलवे किसानों के लिए 7 अगस्त 2020 से “किसान रेल” चला रही है | भारतीय रेलवे फल और सब्जियों के मालवहन के लिए ये नई रेलगाडियाँ चला रही है | इस योजना की घोषणा फरवरी में पेश होने वाले बजट में ही कर दी गई थी | जो सब्जी, फल या अन्य कृषि उत्पाद जल्दी ही खराब हो जाते हैं उनको उनके गंतव्य स्थान अथवा मंडियों तक पहुंचाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है |

किसान रेल का रूट:-

किसान रेल योजना के तहत चलने वाली पहली रेल महाराष्ट्र में देवलाली से बिहार में दानापुर के बीच में 32 घंटे में लगभग 1519 किलोमीटर का सफर तय करेगी | पहली किसान रेल रूट पर पड़ने वाले चार राज्यों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार को इस किसान रेल का फायदा होगा | किसान रेल योजना अथवा किसान रेल सेवा भारत में किसानों की आय को दोगुना करने के क्षेत्र में एक नया प्रयास है | पहली किसान रेल का रूट कुछ इस प्रकार है |

किसान रेल योजना Route :-

किसान रेल रूट: देवलाली –> नासिक रोड –> मनमाड –> जलगांव –> भुसावल –> बुरहानपुर –> खंडवा –> इटारसी –> जबलपुर –> सतना –> कटनी –> मानिकपुर –> प्रयागराज –> पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर –> बक्सर –> दानापुर

क्या है खासियत:-

किसान रेल में रेफ्रिजरेटेड कोच लगे होंगे | इसे रेलवे ने 17 टन की क्षमता के साथ नए डिजायन के रूप में निर्मित करवाया है | इसे रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में बनाया गया है | इस ट्रेन में कंटेनर फ्रीज की तरह होंगे | मतलब यह एक चलता-फिरता cold storage होगा, इसमें किसान खराब होने वाले सब्जी, फल, फिश, मीट, मिल्क रख सकेंगे |

किसान रेल योजना का मुख्य फायदा यह है कि इस योजना से मामूली लागत पर किसानों की फसल की देश के विभिन्न हिस्सों तक ढुलाई में सहायता मिलेगी | परिवहन की अनउपलब्धता के कारण किसानों को जो नुकसान झेलना पड़ता था अब उससे छुट्टी मिलगी |

देश के किसान समुदाय की सेवा के क्रम में, किसान रेल मल्टी कमोडिटीज, मल्टी कंसाइनर्स और मल्टी कंसाइनीज के तहत ढुलाई करेगी | किसान रेल अपने रूट पर पड़ने वाले स्टॉपेज के साथ मूल स्थान – गंतव्य तक जोड़ी में चलेंगी | साथ ही किसानों और व्यापारियों को किसान रेल रूट पर पड़ने वाले सभी स्टॉपेज से लोडिंग / अनलोडिंग की अनुमति होगी |

ये है टाइम टेबल:-

ये किसान रेल हफ्ते में एक बार चलेगी | यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित देवलाली से सुबह 11 बजे चलेगी और अगले दिन शाम 6.45 बजे पटना के पास स्थित दानापुर स्टेशन पर पहुंचेगी | इस तरह यह अपनी यात्रा में करीब 32 घंटे लगाएगी |

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