किसानों के लिए झारखण्ड सरकार ने झारखण्ड किसान फसल राहत योजना को शुरू किया है। सरकार किसानों के हित के लिए योजनाओं को जारी करती रहती है जिससे किसान भाइयों के जीवन यापन में सुधार आ सके और उन्हें किसी भी परेशानी से गुजरना न पड़े।
किसान फसल राहत योजना के माध्यम से प्राकृतिक रूप से आई आपदा से किसानों को राहत प्रदान करना है। जैसा आप जानते है कि कई बार प्राकृतिक आपदा जैसे: बाढ़, तूफ़ान, आंधी, ओले, बर्फ़बारी, बारिश के कारण किसान भाइयों को बहुत भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है जिसके के लिए इस योजना को लागू किया गया है |
यह एक क्षतिपूर्ति योजना है‚ जिसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले में राज्य के किसानों को सुरक्षा कवर प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत भूमि मालिक और भूमिहीन किसान दोनों शामिल हैं।
यह कोई बीमा योजना नहीं है, जहां प्रीमियम का भुगतान किया जाता है। फसल क्षति का आकलन ‘ग्राउंड ट्रूथिंग’ प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा‚ जो नमूना अवलोकन का एक मिश्रित स्वरूप होगा। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं |
इसकी जानकारी हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से दे रहे है | आज हम आपको इस लेख के माध्यम से इस योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं।
जैसे झारखंड फसल राहत योजना क्या है?, इसके लाभ, उद्देश्य, विशेषताएं, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया आदि। दोस्तों आप भी इस योजना से सम्बंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े |
झारखण्ड किसान फसल राहत योजना :
किसान फसल राहत योजना झारखण्ड सरकार के द्वारा शुरू की गयी एक योजना है जिसके माध्यम से किसानो की फसलों का प्राकृतिक आपदा के कारन होने वाले नुक्सान से बचाना है यह एक क्षतिपूर्ति योजना है‚ जिसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले में राज्य के किसानों को सुरक्षा कवर प्रदान करना है।
इस योजना के अंतर्गत भूमि मालिक और भूमिहीन किसान दोनों शामिल हैं। यह कोई बीमा योजना नहीं है, जहां प्रीमियम का भुगतान किया जाता है। फसल क्षति का आकलन ‘ग्राउंड ट्रूथिंग’ प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा‚ जो नमूना अवलोकन का एक मिश्रित स्वरूप होगा।
योजना के तहत बाढ़‚ तूफान‚ बवंडर‚ ज्वालामुखी विस्फोट‚ भूकंप‚ सुनामी और अन्य भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएं जो प्राकृतिक आपदाओं की श्रेणी में शामिल हैं‚ कवर की जाएंगी। जंगली जानवरों के हमले के कारण नुकसान‚ किसानों द्वारा अवैज्ञानिक कृषि जोखिम को योजना के तहत नहीं शामिल किया जाएगा।
क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करने हेतु पेआउट मैट्रिक्स विकसित किया गया है‚ नुकसान के आधार पर 0.1- 5 एकड़ भूमि हेतु 3000 रुपये से लेकर 3500 रुपये प्रति एकड़ मुआवजे के रूप में प्रदान किया जाएगा |
आवेदक योजना का आवेदन ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यम से कर सकते है। ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करने पर उन्हें किसी भी कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और वह आसानी से अपने मोबाइल व कंप्यूटर द्वारा योजना का आवेदन कर सकते है।
झारखण्ड किसान फसल राहत योजना हाइलाइट्स :
योजना का नाम | किसान फसल राहत योजना |
राज्य | झारखंड |
शुरुआत | 2021 |
लाभ | फसल नुकसान की भरपाई |
लाभार्थी | सभी किसान |
अधिकारिक वेबसाइट (Official website) | लॉन्च नहीं की गई |
किसान फसल राहत योजना का उद्देश्य :
हम सभी जानते हैं कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे सूखा, ओलावृष्टि, अत्यधिक बारिश और अन्य कारणों से किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है। किसान कड़ी मेहनत करके अपनी फसल उगाता है और अंत में उसे मौसम के कारण हुए नुकसान के कारण आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।
किसान कर्जदार हो जाता है और उसकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो जाती है। इस नुकसान की भरपाई और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने इस योजना को शुरू करने का फैसला किया है।
यह एक क्षतिपूर्ति योजना है‚ जिसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले में राज्य के किसानों को सुरक्षा कवर प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत भूमि मालिक और भूमिहीन किसान दोनों शामिल हैं।
यह कोई बीमा योजना नहीं है, जहां प्रीमियम का भुगतान किया जाता है। फसल क्षति का आकलन ‘ग्राउंड ट्रूथिंग’ प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा‚ जो नमूना अवलोकन का एक मिश्रित स्वरूप होगा।
योजना के तहत बाढ़‚ तूफान‚ बवंडर‚ ज्वालामुखी विस्फोट‚ भूकंप‚ सुनामी और अन्य भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएं जो प्राकृतिक आपदाओं की श्रेणी में शामिल हैं‚ कवर की जाएंगी। जंगली जानवरों के हमले के कारण नुकसान‚ किसानों द्वारा अवैज्ञानिक कृषि जोखिम को योजना के तहत नहीं शामिल किया जाएगा।
क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करने हेतु पेआउट मैट्रिक्स विकसित किया गया है‚ नुकसान के आधार पर 0.1- 5 एकड़ भूमि हेतु 3000 रुपये से लेकर 3500 रुपये प्रति एकड़ मुआवजे के रूप में प्रदान किया जाएगा।
किसान फसल राहत योजना के लाभ :
- किसान फसल राहत योजना की मदद से प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान की भरपाई किसानों को की जाएगी।
- झारखंड सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के स्थान पर यह योजना शुरू की है।
- योजना के तहत पंजीकृत किसानों को नुकसान की राशि बीमा कंपनी द्वारा दी जाएगी।
- हर वर्ग के किसान ऑनलाइन आवेदन कर योजना का लाभ उठा सकते हैं।
- किसान फसल राहत योजना से जुड़ने से किसान आर्थिक रूप से सुरक्षित होगा और उसे किसी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- वर्ष 2021 में झारखंड सरकार ने योजना के सफल संचालन के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
- योजना के तहत प्राकृतिक आपदा से किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए 25 करोड़ रुपये के कोष की व्यवस्था की गई है।
झारखंड किसान फसल राहत योजना की पात्रता और महत्वपूर्ण दस्तावेज :
- फसल राहत योजना का लाभ झारखंड के मूलनिवासी किसानों को ही दिया जाएगा।
- मूल निवासी प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- राशन पत्रिका
- किसान पहचान पत्र
- बैंक खाता विवरण
- आवास प्रामाण पत्र
- फार्म खाता संख्या/खसरा संख्या
- पासपोर्ट के आकार की तस्वीर
- फ़ोन नंबर
- आय प्रमाण पत्र
झारखंड किसान फसल राहत योजना ऑनलाइन पंजीकरण :
अगर आप झारखंड के निवासी हैं और झारखंड किसान फसल राहत योजना के लिए आवेदन कर इस बीमा योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको अभी इंतजार करना होगा। फिलहाल इस योजना की घोषणा राज्य सरकार की ओर से की गई है।
जल्द ही झारखंड सरकार इसे शुरू करेगी। जैसे ही फसल राहत योजना से संबंधित आवेदन की प्रक्रिया शुरू होती है या आधिकारिक वेबसाइट शुरू होती है, आपको निश्चित रूप से इसके बारे में सूचित किया जाएगा। आप हमारे इस आर्टिकल को समय-समय पर चेक करते रहें।