Janani Sewa Scheme :

जैसा कि रेल बजट 2016-2017 में घोषित किया गया था,रेलवे स्टेशनों पर शिशु आहार प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे ने जननी सेवा शुरू की है | रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा मां की यात्रा में मदद करने के लिए यह योजना पेश की गई है | इस योजना के तहत, रेलवे बच्चों के लिए कुछ आवश्यक वस्तुओं जैसे गर्म दूध, गर्म पानी और शिशु आहार की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा |

बच्चे के भोजन के अलावा, रेलवे ने 5-12 साल से आयु वर्ग के बच्चों के लिए एक menu भी लॉन्च किया जिसमें बर्गर जैसे fast food भी शामिल किये है | यह सुविधा नई दिल्ली, मुंबई सेंट्रल, हावड़ा, चेन्नई, नागपुर, पुणे, सूरत, लखनऊ और मोरादाबाद सहित 25 रेलवे स्टेशनों पर शुरू की गई है |

रेल परिसर में दूध की अनुपस्थिति के बारे में एक मां की शिकायत के बाद यह पहल शुरू की गई है | एक बार ट्रेन में दूध की अनुपलब्धता के बारे में एक माँ ने ट्वीट किया था और सोशल नेटवर्किंग साइट पर उनकी शिकायत नोट की गई तब हमने उस ट्रेन में दूध सुनिश्चित किया था |

Optional Catering Services :

भारतीय रेल ने एक वैकल्पिक खानपान सेवा (optional catering services) परियोजना भी शुरू की है |परियोजना को शुरू करने के लिए 45 दिनों के लिए इसे एक पायलट आधार पर लिया जाएगा और केवल Secunderabad-Pune Shatabdi Express और Mumbai Central-Hazrat Nizammudin Rajdhani Express पर यह लागू किया जाएगा |

अगर कोई यात्री Catering service का उपयोग नहीं करना चाहता है तो राजधानी  1 AC की टिकट की लागत से 340/- रुपये और 2 AC/ 3 AC की टिकट की लागत से 295/- रुपये के खानपान प्रभार को कम कर दिया जाएगा | इसी प्रकार शताब्दी टिकट का किराया executive और chair car श्रेणियों के लिए क्रमशः 260/- रुपए और 200/- रुपए सस्ता हो जाएगा |खानपान सेवाओं को default रूप से शामिल किया जाएगा और यात्रियों को विशेष रूप से अनिवार्य भोजन विकल्प से “opt out” विकल्प का चयन करना होगा |

Children’s menu : 

बच्चों के लिए रेलगाड़ियों के सफर के अनुभव को खुशहाल बनाने के लिए रेलवे ने IRCTC के menu में french fries, noodles, burgers और meal combos जैसे आइटम शामिल किए हैं | यात्रियों द्वारा इन items को IRCTC की e-catering वेबसाइट या अखिल भारतीय टोल फ्री नंबर -1323 के माध्यम से आदेश कर सकते हैं |

रेलवे ने बजट में किये वादों को पूरा करने के लिए कई आवश्यक कदम उठाए हैं उनमें से कुछ कार्यान्वित किए गए हैं, बाकी सभी कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं |

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