गणेश चतुर्थी का पर्व इस वर्ष 22 अगस्त (शनिवार) को मनाया जाएगा | हिंदू धर्म में इस चतुर्थी का खास महत्व और स्थान है | ऐसी मान्यता है कि गणेश जी को प्रसन्न करने से घर में सुख, समृद्धि और शांति की स्थापना होती है | भगवान गणेश को लड्डू और मोदक प्रिय है | ऐसे में गणेश चतुर्थी के दिन गणपति को मोदक और लड्डू का भोग लगाया जाता है | भगवान गणेश की पूजा के बाद आरती की जाती है कहते हैं कि ऐसा करने से पूजा का फल शीघ्र मिलता है |
हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है | मान्यता है कि जो भी गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करता है या उनके पूजन के लिए 11 दिनों तक उनको अपने घर या मोहल्ले में विराजमान करता है, वह व्यक्ति अपने जीवन से सारे विघ्नों और कष्टों को दूर कर लेता है | उसके जीवन में शुभता का आगमन शुरू हो जाता है | ऐसे व्यक्ति को बहुत भाग्यशाली माना जाता है | भगवान गणेश शुद्धता के प्रतीक हैं | उनके आने से मांगलिक कार्यों का आरंभ होता है |
यह पर्व भगवान गणेश के जन्मदिन के उत्सव के रूप में मनाया जाता है | गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है | मान्यता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का जन्म हुआ था | इसलिए हर वर्ष यह पर्व भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को बहुत आस्था के साथ मनाया जाता है |
10 दिन बाद अनन्त चतुर्दशी के दिन गणेशोत्सव समाप्त होता है | 10 दिन तक चलने वाला यह गणेशोत्सव 1 सितंबर को पूर्ण होगा | जो लोग 10 दिन तक भगवान गणेश की उपासना करने में अक्षम है वह 1 दिन, 3 दिन, 5 दिन या 7 दिन के लिए भी भगवान गणेश को स्थापित कर सकते हैं | इस दिन श्रद्धालु धूमधाम के साथ सड़कों पर ढोल बजाते, नाचते-गाते हुए भगवान गणेश की मूर्ति का सरोवर, नदी आदि में विसर्जन करते हैं | इस शुभ अवसर पर आप अपने दोस्तों और करीबियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दे सकते हैं |