Ganga Expressway क्या है?
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन और जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2021 को शाहजहांपुर से महत्वाकांक्षी गंगा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट का शिलान्यास किआ |
गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा | 594 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज को जोड़ेग | गंगा एक्सप्रेस-वे बनने के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को पीछे छोड़कर उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा | नवंबर 2021 में ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (341 किलोमीटर) का उद्घाटन हुआ है, जो वर्तमान में देश और UP का सबसे लंबा ऑपरेशनल एक्सप्रेस-वे है |
गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र को पश्चिमी क्षेत्र से जोड़ेगा | गंगा एक्सप्रेस-वे को दिसंबर 2024 तक बनकर तैयार होने का अनुमान है | उस समय तक यह सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे के मामले में देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे में छठे नंबर पर होगा, क्योंकि देश में इस समय गंगा एक्सप्रेस-वे से लंबे पांच एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो रहे हैं |
गंगा एक्सप्रेस-वे की योजना कैसे होगी पूरी:-
- गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना को सबसे पहले 2007 में UP की तत्कालीन CM मायावती ने लॉन्च किया था |
- इस परियोजना पर काम 2017 में योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के बाद ही शुरू हुआ |
- यह परियोजना 29 जनवरी 2019 को UP CM योगी आदित्यनाथ ने लॉन्च की |
- फरवरी 2020 में मेरठ से प्रयागराज को तक 594 किलोमीटर लंबे पहले चरण के निर्माण को 2024 तक पूर करने का लक्ष्य रखा गया |
- नवंबर 2021 में पर्यावरण मंत्रालय से क्लियरेंस मिला, उसी महीने उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने गंगा एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए 36200 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी |
- 18 दिसंबर 2021 को PM मोदी शाहजहांपुर में करेंगे शिलान्यास |
Ganga Expressway की खासियत:-
- यह उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा, जिसके दिसबंर 2024 तक पूरा होने का अनुमान है |
- 594 किलोमीटर लंबा छह लेन का गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश में मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक जाएगा |
- उत्तर प्रदेश के 12 जिलों- मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज, से होकर गुजरेगा |इन 12 जिलों के 500 से अधिक गांवों को भी जोड़ेगा |
- गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ जिले के बिजौली गांव के पास (NH-334) से शुरू होगा और प्रयागराज जिले के जुदापर डांडू गांव (NH-19) के पास खत्म होगा |
- गंगा एक्सप्रेस-वे की अनुमानित लागत 36,230 करोड़ रुपये है, जिसमें से जमीन अधिग्रहण पर करीब 9500 करोड़ रुपये का खर्च भी शामिल है |
- एक्सप्रेस-वे में सात ओवरब्रिज, 17 इंटरचेंज रोड, 14 बड़े पुल, 126 छोटे पुल, 28 फ्लाईओवर, 50 वाहन अंडरपास और 946 पुलिया होंगी |
- गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए आवश्यक 7386 हेक्टेयर भूमि में से 83 हजार किसानों से करीब 94 फीसदी जमीन खरीदी जा चुकी है |
- गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण अडानी इंटरप्राइजेज और IRB इंफ्रास्ट्रक्टर डेवलपर्स करेंगे | हाल ही में एक बिडिंग प्रक्रिया के जरिए इन दोनों कंपनियों का चयन हुआ है |
- इसके बनने के बाद दिल्ली से प्रयागराज के बीच यात्रा में लगने वाला 10-11 घंटे का समय कम होकर 6-7 घंटे रह जाएगा |
- गंगा एक्सप्रेस-वे को भविष्य में 8 लेन का किए जाने और ग्रेटर नोएडा से बलिया तक 1047 किमी लंबा किए जाने की योजना है |
गंगा एक्सप्रेस-वे पर लैंड कर सकेंगे फाइटर प्लेन:-
- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की तरह ही गंगा एक्सप्रेस-वे में भी आपातकालीन स्थिति में एयरफोर्स के विमानों की लैंडिंग के लिए शाहजहांपुर के पास एक 3.5 किलोमीटर लंबी एयर स्ट्रिप का निर्माण भी किया जाएगा |
- गंगा एक्सप्रेस-वे पर एयरफोर्स के फाइटर प्लेन की आपातकालीन लैंडिंग के लिए एयर स्ट्रिप के साथ ही उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा, जिसके चार एक्सप्रेस-वे पर ऐसी सुविधा उपलब्ध होगी |
- उत्तर प्रदेश में पहले ही यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा के पास ऐसी ही एयर स्ट्रिप मौजूद है | इसके अलावा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर बागरमऊ के पास भी एयर स्ट्रिप का निर्माण किया गया है | हाल ही में शुरू हुए 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में भी एयरफोर्स के विमानों की आपात लैंडिंग के लिए सुल्तानपुर के पास 3 किलोमीटर से अधिक लंबी एयर स्ट्रिप भी बनाई गई है |
- नवंबर 2021 में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की एयर-स्ट्रिप पर भी इंडियन एयरफोर्स के फाइटर प्लेन सुखोई-30 ने लैंडिंग और टेक-ऑफ का सफल परीक्षण किया था | उससे पहले 2015 में यमुना एक्सप्रेस-वे पर मौजूद एयर स्ट्रिप पर फाइटेर प्लेन मिराज-2000 सफलतापूर्वक लैंडिंग और टेक-ऑफ कर चुका है | वहीं लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर भी एयरफोर्स के सुखोई-30 और मिराज-2000 फाइटर प्लेन लैंडिंग और टेक-ऑफ कर चुके हैं |
- उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे पर एयरफोर्स के विमानों की आपातकालीन लैंडिंग के लिए बनाई जाने वाली एयर स्ट्रिप का देश के लिए रणनीतिक महत्व है | इससे आगरा और हिंडन एयर बेसों को बहुत फायदा होगा | साथ ही चीन और पाकिस्तान से युद्ध छिड़ने की स्थिति में आपातकालीन स्थिति में एयरफोर्स के फाइटर प्लेन की लैंडिंग के लिए ये एयर स्ट्रिप महत्वपूर्ण लॉन्चिंग पैड की तरह काम करेंगे |
- उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे पर एयरफोर्स के विमानों की आपातकालीन लैंडिंग के लिए बनाई जाने वाली एयर स्ट्रिप का देश के लिए रणनीतिक महत्व है | इससे आगरा और हिंडन एयर बेसों को बहुत फायदा होगा | साथ ही चीन और पाकिस्तान से युद्ध छिड़ने की स्थिति में आपातकालीन स्थिति में एयरफोर्स के फाइटर प्लेन की लैंडिंग के लिए ये एयर स्ट्रिप महत्वपूर्ण लॉन्चिंग पैड की तरह काम करेगा |
Frequently Asked Questions (FAQs):-
विश्व का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे कौन सा है?
एक बार पूरा होने के बाद, 1380 किलोमीटर का आठ-लेन का दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा |
गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना की अनुमानित लागत क्या है?
पीपीपी मॉडल के तहत किए जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 36,230 करोड़ रुपये है |
गंगा एक्सप्रेस-वे से कितने जिले आच्छादित होंगे?
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से गुजरेगा- मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज |
गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना क्या है?
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश राज्य में एक आगामी एक्सेस-नियंत्रित 594-किलोमीटर लंबा सिक्स-लेन एक्सप्रेसवे है | यह मेरठ के बिजौली गांव NH-334 (मेरठ-बुलंदशहर रोड) से शुरू होकर प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव में प्रयागराज बाईपास (NH-19) पर समाप्त होगा |