बेअदबी क्या है, बेअदबी का अर्थ, Beadbi meaning in Hindi, बेअदबी का मतलब क्या है, बेअदबी का इतिहास क्या है.
बेअदबी:-
सिखों के सबसे बड़े धर्मस्थल स्वर्ण मंदिर में शनिवार को एक युवक ने श्रीसाहिब (कृपाण) उठा ली | लोगों ने उसे पकड़ लिया और बेअदबी के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला | अगले दिन कपूरथला के एक गुरुद्वारे में ऐसे ही आरोप लगाकर एक युवक को मार दिया गया | इससे पहले दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर लखबीर सिंह नाम के एक शख्स की हत्या बेअदबी के आरोप में हुई थी | ऐसे में एक बार फिर पंजाब में बेअदबी के आरोप में खुलेआम फांसी की सजा देने की मांग होने लगी | आईए जानते हैं कि आखिर क्या है बेअदबी और इसे लेकर मौजूदा कानून क्या है?
बेअदबी क्या है? (Beadbi meaning in Hindi)
बेअदबी का मतलब किसी भी धार्मिक वस्तु के साथ छेड़छाड़ करना या उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करना | सिख धर्म में धार्मिक वस्तुएं जैसे गुरु ग्रंथ साहिब, निशान साहिब समेत पगड़ी, कृपाण या धार्मिक चीजों का असम्मान, उनके साथ छेड़छोड़ या उन्हे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करना बेअदबी कहा जाता है | इसके अंग्रेजी में Sacrilege कहा जाता है | सीधे शब्दों में किसी भी वस्तु आदि से छेड़छाड़ करना बेअदबी है, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हो |
दरअसल, सिख धर्म में आखिरी गुरू गुरू गोविंद सिंह के बाद गुरू ग्रंथ साहिब को ही जीवित गुरू माना गया है और इसलिए इससे संबंधित हर चीज पवित्र है | अब इससे जुड़ी हर चीज का असम्मान बेअदबी माना जाता है और इससे सबसे बड़ा अपराध माना जाता है |
इस अपराध के लिए किसी को भी क्षमा नहीं है | कहा जाता है सिखों के सातवें गुरु- गुरु हरराय ने अपने बेटे राम राय का ही बहिष्कार कर दिया था, जो कि अपने पिता के उत्तराधिकारी बनने के दावेदार थे | इसकी वजह यह थी कि राम राय ने मुगल शासक औरंगजेब को खुश करने के लिए गुरु ग्रंथ साहिब के कुछ वाक्यों से छेड़छाड़ कर उसके शब्द बदल दिए थे |
बेअदबी में अभी क्या है कानून, क्या है सजा का प्रावधान:-
बेअदबी करने वालों को सरेआम फांसी देने की बात हो रही है और इस पर सख्त कानून लाने की मांग की जा रही है | उधर, राज्य सरकार भी बेअदबी के मामले में इंसाफ दिलाने की बात करती रही है | लेकिन ये समझना भी जरूरी है कि किन धाराओं के तहत ये मामले दर्ज होते हैं, और सजा का क्या प्रावधान है |
बेअदबी के मामले IPC की धारा 295 और 295A के तहत दर्ज होते हैं | गुरुद्वारे या वहां की पवित्र वस्तु को नुकसान पहुंचाने पर 2 साल की सजा हो सकती है | धार्मिक भावनाएं भड़काने के मकसद से की गई बेअदबी पर 3 साल की सजा है |
वर्ष 2018 में पंजाब ने बेअदबी के मसलों पर कानून में संशोधन करके धारा 295AA जोड़ने की बात आगे बढ़ाई थी इसमें गुरू ग्रंथ साहिब, श्रीमद्भगवतगीता, पवित्र कुरान और पवित्र बाइबल की बेअदबी पर आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया था | हालांकि, इस प्रस्ताव पर केंद्र ने कोई एक्शन नहीं लिया | वहीं, सिख समुदाय ये मांग करता रहा है कि बेअदबी के मामले में 10 से 20 साल की सजा होनी चाहिए |
बेअदबी से जुड़ी चार बड़ी घटनाएं और उनका परिणाम:-
- साल 1929 में पंजाब में निरंकारी मिशन की स्थापना हुई थी | यह मिशन सभी धर्मों से अलग मानव कल्याण पर जोर देता था | इस मिशन के प्रमुख गुरबचन सिंह ने 1970 में गुरु गोविंद सिंह के बताए रास्ते और परंपरा को बदलने की कोशिश की | इसका परिणाम यह हुआ कि सिख समाज ने इसे बेअदबी माना और 1980 में गुरुबचन सिंह की हत्या हो गई |
- सिखों के लिए 1984 का ऑपरेशन ब्लू स्टार अब तक की सबसे बड़ी बेअदबी की घटना है | जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सिख युवा हथियार लेकर स्वर्ण मंदिर में जमा हो गए | इससे निपटने के लिए इंदिरा गांधी के आदेश पर स्वर्ण मंदिर में आर्मी की एंट्री हुई | इस घटना में 83 सैनिकों की मौत हुई और 248 घायल हुए। 492 अन्य लोगों की भी घटना में मौत हुई | इस घटना का परिणाम यह हुआ कि इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई |
- 2007 एक बार फिर से पंजाब में बेअदबी की एक बड़ी घटना घटी | इस बार गुरमीत राम रहीम ने 10वें सिख गुरु गोविंद सिंह की तरह ही हू-ब-हू पोशाक पहन ली | सिख समुदाय को लगा कि रहीम गुरु गोविंद सिंह की नकल कर रहे हैं | इसके बाद पंजाब में जगह-जगह उग्र प्रदर्शन हुए | इस घटना का परिणाम यह हुआ कि प्रशासन ने बेअदबी के आरोप में गुरमीत राम रहीम पर केस दर्ज कर लिया |
- 2015 में पंजाब के फरीदकोट में गुरु ग्रंथ साहिब के साथ बेअदबी का एक मामला सामने आया | इस घटना में कुछ लोगों ने गुरु ग्रंथ साहिब के सौ से अधिक पेज को फाड़ दिया | इसे सिख समुदाय ने अपने पवित्र गुरु के साथ बेअदबी माना | घटना के विरोध में फिर तनाव के मामले सामने आए | परिणाम की बात करें तो दो साल बाद राज्य में सत्ता परिवर्तन इसी घटना की वजह से हुआ |